Next Story
Newszop

छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों से मुठभेड़, 8 लाख की इनामी महिला नक्सली ढेर

Send Push

image

Kanker Chhattisgarh encounter : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक महिला नक्सली को मार गिराया। महिला नक्सली पर 8 लाख रुपए का इनाम था। कोटरी नदी के किनारे आमाटोला और कलपर गांव के मध्य जंगल में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिलने के बाद जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। महिला नक्सली की पहचान बीजापुर जिले की निवासी शांति के रूप में हुई है। सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति अब भी उन माओवादियों के लिए खुली है, जो हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं।

पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि महिला नक्सली पर 8 लाख रुपए का इनाम था। कांकेर जिले के पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के आमाटोला और कलपर गांव के मध्य जंगल में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) कैडर शांति उर्फ देवे को मार गिराया। उन्होंने बताया कि महिला नक्सली पर आठ लाख रुपए का इनाम है।

ALSO READ: MP : बालाघाट में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 3 महिलाओं समेत 4 नक्सली ढेर

एलेसेला ने बताया कि कोटरी नदी के किनारे आमाटोला और कलपर गांव के मध्य जंगल में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिलने के बाद जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया।

उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान जंगल में संयुक्त पुलिस दल और माओवादी दस्ते के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक वर्दीधारी महिला नक्सली मारी गई। अधिकारी ने बताया कि महिला नक्सली की पहचान बीजापुर जिले की निवासी शांति के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि शांति पहले गरियाबंद क्षेत्र के गोबरा एरिया कमेटी में सक्रिय थी और बाद में वह उत्तर बस्तर डिवीजन में सक्रिय हो गई तथा पीएलजीए कंपनी नंबर पांच व कंपनी नंबर सात से जुड़ी रही। एलेसेला ने बताया कि शांति पर दर्ज आपराधिक प्रकरणों से संबंधित विस्तृत जानकारी एकत्र की जा रही है।

ALSO READ: Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के सुकमा में बड़ा नक्सली हमला, IED ब्लास्ट में ASP शहीद, कई जवान घायल

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से .303 बोर की एक रायफल, एक देसी बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल), .303 राइफल की सात गोलियां, एक वॉकी-टॉकी सेट और अन्य सामान बरामद किया है। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने मुठभेड़ के बारे में बताया कि दंडकारण्य क्षेत्र में माओवादी हिंसा की जड़ें कमजोर हो रही हैं।

सुंदरराज ने बताया, दंडकारण्य क्षेत्र में माओवादी हिंसा की जड़ें धीरे-धीरे कमजोर हो रही हैं। क्षेत्र में शांति बहाल करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बल पूरी प्रतिबद्धता और साहस के साथ कार्य कर रहे हैं। भयमुक्त वातावरण की स्थापना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

ALSO READ: छत्तीसगढ़ में 1.5 करोड़ का इनामी नक्सली बसवराजू ढेर, गृह मंत्री शाह बोले- 3 दशकों में पहली बार हुआ ऐसा

उन्होंने बताया कि सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति अब भी उन माओवादियों के लिए खुली है, जो हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं। अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान घने जंगलों का फायदा उठाकर भाग निकले अन्य माओवादियों का पता लगाने के लिए आसपास के जंगलों में तलाशी अभियान जारी है।

उन्होंने बताया कि बीते 18 महीनों में बस्तर क्षेत्र में हुई विभिन्न मुठभेड़ों के दौरान अब तक कुल 412 नक्सलियों के शव बरामद किए गए है, जिनमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)-माओवादी के महासचिव बसवराजु और केंद्रीय समिति सदस्य सुधाकर जैसे शीर्ष माओवादी शामिल हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

Loving Newspoint? Download the app now