भारत जैसे विशाल देश में सालों तक करोड़ों लोग बैंकिंग की बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहे। खासकर गरीब और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग न तो बैंक खाता खोल पाते थे और न ही आधुनिक वित्तीय सेवाओं का लाभ उठा पाते थे। लेकिन अब यह तस्वीर बदल चुकी है, और इसका श्रेय जाता है प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) को। इस योजना ने हर भारतीय को बैंकिंग की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है। आइए, जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से।
योजना का मकसद क्या है?प्रधानमंत्री जन धन योजना का मुख्य उद्देश्य है कि देश का हर नागरिक बैंकिंग सेवाओं से जुड़े। इस स्कीम के तहत कोई भी व्यक्ति बिना मिनिमम बैलेंस की चिंता किए बैंक खाता खोल सकता है। खाते के साथ-साथ रुपे डेबिट कार्ड, ओवरड्राफ्ट की सुविधा और बीमा कवर भी मुफ्त मिलता है। यह सब कुछ गरीब और वंचित वर्ग को वित्तीय समावेशन की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए बनाया गया है। इस योजना ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वित्तीय सशक्तिकरण का रास्ता खोला है।
2025 में PMJDY की नई उपलब्धियां2025 तक इस योजना ने देशभर में 52 करोड़ से ज्यादा बैंक खाते खोलने का रिकॉर्ड बनाया है। यह आंकड़ा इस योजना की शानदार सफलता को दर्शाता है। इसके अलावा, बीमा राशि में भी बढ़ोतरी की गई है। अब खाताधारकों को दुर्घटना बीमा और जीवन बीमा का कवर पहले से कहीं ज्यादा मिल रहा है।
सरकार अब जन धन खातों को UPI और अन्य डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म्स से जोड़ रही है। इससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा। खासकर महिलाओं और किसानों के लिए नए खातों में विशेष लाभ दिए जा रहे हैं, जो इस योजना को और भी मजबूत बनाएंगे।
क्यों जरूरी है यह योजना?प्रधानमंत्री जन धन योजना ने गरीब और वंचित वर्ग को वित्तीय मुख्यधारा से जोड़कर उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव लाया है। अब ग्रामीण परिवार सीधे अपने बैंक खाते में सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। यह न केवल आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि समाज में बचत की आदत को भी बढ़ावा दे रहा है। कुल मिलाकर, PMJDY ने लाखों लोगों की जिंदगी को नई दिशा दी है और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद की है।
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