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Irregular Periods : इन लाइफस्टाइल मिस्टेक्स की वजह से रुक जाता है पीरियड्स का फ्लो, जानें कैसे करें सुधार

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Irregular Periods : अगर आपकी नींद का टाइम रोज़ बदलता रहता है या आप देर रात तक जागती हैं, तो यह आपकी हार्मोनल हेल्थ को सीधा नुकसान पहुंचाता है।

नींद में अनियमितता से Melatonin और Cortisol हार्मोन डिस्टर्ब होते हैं, जिससे प्रजनन हार्मोन (Reproductive Hormones) का संतुलन बिगड़ जाता है। इसका नतीजा होता है पीरियड्स का लेट होना या साइकल का पूरी तरह गड़बड़ा जाना।

हर छोटी बात पर स्ट्रेस लेना

लंबे समय तक मानसिक तनाव यानी Stress रहना भी Irregular Periods की बड़ी वजह है। जब आप ज्यादा तनाव लेती हैं, तो Cortisol लेवल बढ़ जाता है।

यह Hypothalamus को प्रभावित करता है जो शरीर में हार्मोन्स को नियंत्रित करने वाला मुख्य भाग है। इससे ओव्यूलेशन (Ovulation) में रुकावट आती है और पीरियड्स देर से आते हैं।

अनहेल्दी डाइट और जंक फूड की आदत

अगर आपकी डाइट में मैदा, कार्नस्टार्च, और हाई कार्ब फूड्स की मात्रा ज्यादा है, तो यह Insulin Resistance बढ़ा सकता है।

शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ने से Estrogen और Progesterone का संतुलन बिगड़ता है, जिससे मेंस्ट्रुअल साइकल अनियमित हो जाता है।

फिजिकल एक्टिविटी की कमी

कई महिलाएं सोचती हैं कि स्लिम रहने पर एक्सरसाइज की जरूरत नहीं होती। लेकिन यह एक गलतफहमी है।

अगर आप दिनभर एक्टिव नहीं रहतीं, तो शरीर में Estrogen लेवल बढ़ सकता है, जो पीरियड्स साइकल को डिस्टर्ब करता है। रोज़ाना हल्की फिजिकल एक्टिविटी, जैसे वॉकिंग, योग या डांस, आपके हार्मोन्स को संतुलित रखती है।

हार्मोनल डिसऑर्डर और असंतुलित लाइफस्टाइल

पीसीओडी (PCOD/PCOS) जैसी बीमारियां सीधा आपके लाइफस्टाइल और खाने-पीने की आदतों से जुड़ी होती हैं।

इसमें शरीर में Androgen और Insulin का स्तर असंतुलित हो जाता है, जिससे ओव्यूलेशन प्रभावित होता है और पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं। समय पर इलाज और हेल्दी रूटीन से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।

लंबे समय तक बैठकर रहना

अगर आपका ज़्यादातर समय ऑफिस या घर पर बैठकर बीतता है, तो यह सिर्फ वजन नहीं बढ़ाता बल्कि हार्मोनल बैलेंस पर भी असर डालता है।

लंबे समय तक बैठे रहने से Estrogen लेवल बढ़ता है, जिससे Menstrual Cycle Irregularity बढ़ सकती है। बीच-बीच में थोड़ा चलना या स्ट्रेच करना बहुत फायदेमंद होता है।

विटामिन D और आयरन की कमी

शरीर में Vitamin D और Iron की कमी भी पीरियड्स को अनियमित कर सकती है। विटामिन D हार्मोन प्रोडक्शन और मासिक चक्र को रेगुलेट करने में अहम भूमिका निभाता है, जबकि आयरन की कमी से एनर्जी लेवल गिरता है और ओव्यूलेशन प्रभावित होता है।

अगर आपके पीरियड्स रेगुलर नहीं हैं, तो पहले अपनी डेली आदतों पर ध्यान दें। संतुलित आहार, नियमित नींद, हल्का व्यायाम और स्ट्रेस-फ्री जीवनशैली अपनाकर आप न केवल अपने मासिक चक्र को सही रख सकती हैं बल्कि पूरे प्रजनन स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकती हैं।

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