Next Story
Newszop

किश्तवाड़ की वारवान घाटी में 26 अगस्त को बादल फटने से 190 घर क्षतिग्रस्त

Send Push

किश्तवाड़, 1 सितंबर हि.स.। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ ज़िले की वारवान घाटी में पिछले मंगलवार को बादल फटने से लगभग 190 घर क्षतिग्रस्त हो गए और 45 मवेशी मारे गए। कई एजेंसियाँ बड़े पैमाने पर राहत और पुनर्वास कार्यों में लगी हुई हैं।

किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा जो दूर-दराज के मारवाह-वारवान घाटी पहुँचे ने प्रभावित परिवारों के लिए एक महीने का राशन देने की घोषणा की। रेड क्रॉस की ओर से राशन और राहत सामग्री मौके पर ही लोगों में वितरित की गई।

26 अगस्त को वारवान घाटी के मार्गी गाँव में बादल फटने से बड़े पैमाने पर तबाही हुई लेकिन सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ।

शर्मा ने कहा कि 224 घरों में से लगभग 50 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए 130-140 गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए जबकि बाकी आंशिक रूप से प्रभावित हुए। राजस्व विभाग एसडीआरएफ और अन्य टीमों को प्राथमिकता के आधार पर मलबा हटाने के अभियान में तेजी लानी चाहिए।

किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नरेश सिंह के साथ उपायुक्त ने कहा कि मलबे में 45 मवेशी दबे हुए हैं। शर्मा ने कहा कि राहत और पुनर्वास कार्य जारी है।

उन्होंने आगे कहा कि मारवाह और वारवान में छह से सात स्थानों पर बादल फटने से सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए। उनके निर्देश पर संबंधित विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में सड़क और पुल संपर्क बहाल कर दिया है।

अधिकारियों को फसलों और फलों के पेड़ों को हुए नुकसान का आकलन करने का काम सौंपा गया है ताकि किसानों को मुआवजा दिया जा सके।

उपायुक्त ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को क्षतिग्रस्त पानी की पाइपलाइनों को प्राथमिकता के आधार पर बहाल करने और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि दीर्घकालिक सुरक्षात्मक उपायों की योजना बनाने के लिए एक टीम जल्द ही क्षेत्र का दौरा करेगी। उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रात भर वारवान में रुके और नोवापाची गए, जहाँ उन्होंने एक जनसभा की।

(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता

Loving Newspoint? Download the app now