पाली, 8 नवंबर (Udaipur Kiran) . ज़िले के बालराई के पास शुक्रवार से शुरू हुआ राष्ट्रीय पशुपालक संघ और डीएनटी समाजों का महापड़ाव Saturday शाम प्रशासन से हुई वार्ता के बाद समाप्त हो गया. दो दिनों तक चले इस आंदोलन में हजारों की संख्या में लोग जुटे, जिससे ब्यावर–पिंडवाड़ा हाईवे पर करीब दस किलोमीटर लंबा जाम लग गया. शुक्रवार को स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच पथराव और लाठीचार्ज तक करना पड़ा.
Saturday को दोपहर बाद महापड़ाव स्थल पर स्थिति एक बार फिर गरमाई, जब समाज के लोगों ने सरकार को दोपहर दो बजे तक का समय दिया कि यदि वार्ता नहीं होती है तो आंदोलन हाईवे पर उतार दिया जाएगा. इसके बाद जोधपुर रेंज के आईजी राजेश मीणा और संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह मौके पर पहुंचे और बालराई ग्राम पंचायत भवन में समाज के प्रतिनिधियों से वार्ता शुरू की. यह वार्ता तीन घंटे तक चली और आखिरकार शाम तक समझौता हो गया.
राष्ट्रीय पशुपालक समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष और डीएनटी समाज के प्रदेशाध्यक्ष लाल सिंह देवासी ने बताया कि सरकार ने उनकी तीन प्रमुख मांगों को मान लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्रियों की कमेटी से 26 नवंबर को पहली औपचारिक बैठक होगी. देवासी ने यह भी आग्रह किया कि महापड़ाव के दौरान दर्ज किए गए मुकदमों को सरकार वापस ले.
दो दिन तक चले इस महापड़ाव से ब्यावर-पिंडवाड़ा हाईवे पर जनजीवन पूरी तरह प्रभावित रहा. भारी वाहनों की कतारें दोनों ओर कई किलोमीटर तक लगी रहीं. कई ट्रक ड्राइवर रातभर जाम में फंसे रहे और उन्होंने सड़क पर ही खाना बनाकर रात गुजारी. पुलिस ने जाम में फंसे लोगों के लिए पानी के टैंकर मंगवाए.
इधर, प्रशासन ने भी स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया.
जिला कलेक्टर एल.एन. मंत्री और एसपी आदर्श सिंधु लगातार मौके पर डटे रहे और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास करते रहे.
लाल सिंह देवासी ने वार्ता से पहले चेतावनी दी थी कि अगर सरकार बातचीत नहीं करती है तो यह आंदोलन “गुर्जर और किसान आंदोलन पार्ट-2” बन सकता है. हालांकि, बातचीत सफल रहने से माहौल शांतिपूर्ण ढंग से सामान्य हो गया.
महापड़ाव को प्रदेशभर के कई नेताओं का समर्थन भी मिला. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर आंदोलन का समर्थन किया.
इससे पहले शुक्रवार को जब बातचीत विफल हुई थी, तब भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया था, जिसके जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा. करीब एक घंटे तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा.
Saturday शाम जैसे ही समझौते की घोषणा हुई, महापड़ाव स्थल पर मौजूद भीड़ ने राहत की सांस ली. देर रात तक हाईवे से जाम हटाने का कार्य चलता रहा.
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(Udaipur Kiran) / रोहित
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