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परिवार, समाज और शिक्षा संस्थानों की भूमिका महत्वपूर्ण : सोमकांत शर्मा

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–हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान प्रयागराज की महत्वपूर्ण बैठकप्रयागराज, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । मनुष्य जीवन बचपन में मिले नैतिक एवं सांस्कृतिक जीवन मूल्यों से ही उगता है, खिलता है और सुगन्धित होता है। पारिवारिक मूल्यों का अर्थ परिवार में प्रेम, सम्मान, सहयोग और विश्वास जैसे गुणों को बढ़ावा देना है। यह बातें बतौर मुख्य वक्ता हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान के अखिल भारतीय टोली के सदस्य और उत्तर क्षेत्र के संयोजक सोम कान्त शर्मा ने कही।हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान प्रयागराज की महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को स्प्रिंगर पब्लिक स्कूल राजीव नगर में हुई। मुख्य वक्ता ने हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान के छह मुख्य सिद्धांतों वन एवं वन्य जीवों का संरक्षण, पारिस्थितिकी संरक्षण, पर्यावरण संतुलन, पारिवारिक एवं मानवीय मूल्यों का संवर्धन, नारी सम्मान अभिवृद्धि, देश भक्ति भाव जागरण पर विस्तार से अपने विचार रखे।उन्होंने कहा कि पारिवारिक मूल्य बच्चों को सामाजिक और नैतिक रूप से विकसित होने में मदद करते हैं। यह मूल्य बच्चों को मजबूत नैतिक आधार प्रदान करते हैं। यहीं मूल्य हैं जो जीवन में सही और गलत का भेद करना सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि पारिवारिक और मानवीय मूल्यों का संवर्धन एक निरंतर प्रक्रिया है। जिससे परिवार, समाज, और शिक्षा संस्थानों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। इन मूल्यों को बढ़ावा देकर ही हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान नैतिक एवं सांस्कृतिक प्रशिक्षण संस्थान सतत क्रियाशील है।

गौरतलब है कि, अखिल भारतीय टोली के सदस्य सोमकांत शर्मा संस्थान के कार्यों को गति देने के लिए बुधवार को प्रयागराज में प्रवास पर थे। कायस्थ पाठशाला के पूर्व अध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिन्हा ने कहा कि आज बच्चों में संस्कार विलुप्त हो रहे हैं, इसके जिम्मेदार भी हम ही हैं। प्रो गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने स्कूलों से आह्वाहन किया है कि वह बच्चों में संस्कार डालने के लिए कार्यक्रम आयोजित करें। इस दौरान तमाम स्कूलों में छह सिद्धांतों को लेकर कार्यक्रम आयोजित करने का आह्वान किया गया। नैतिक शिक्षा के लिए हमें पहले शिक्षकों को कार्यशाला आयोजित करके उन्हें प्रशिक्षित करेंगे। बैठक में हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान स्कूलों के हजारों बच्चों को वंदे मातरम कराने का निर्णय लिया गया है। यह जानकारी मीडिया प्रभारी मनीष द्विवेदी ने देते हुए बताया कि इस मौके पर बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो गिरीश चंद्र त्रिपाठी, कायस्थ पाठशाला के पूर्व अध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिन्हा, ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गंगापुरी के प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र, हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संयोजक एवं प्रचारक अमरनाथ, गंगा दत्त जोशी, नागेंद्र जायसवाल, संजय शुक्ला, डॉ रंजन बाजपेई, डॉ प्रमोद शुक्ला, मानव चौरसिया, अधिवक्ता नवीन शुक्ला, वंदना तिवारी, डॉ अमित कुमार दूबे, सर्वेश पांडेय, देवेंद्र शुक्ला, मनीष द्विवेदी, नटवर लाल भारतीय, अरुण दुबे के अलावा तमाम स्कूलों के प्रबंधक, प्रधानाचार्य और शिक्षक आदि उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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