नई दिल्ली, 05 मई . केंद्र सरकार की नोटिस के बाद हांगकांग में होने वाली कपिलवस्तु पिपरहवा के बुद्ध कालीन पुरावशेषों की नीलामी को सोथबी ने रोकने का भरोसा दिया है. केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने सोमवार को सोथबी हांगकांग और क्रिस पेप्पे, विलियम क्लैक्सटन पेप्पे के उत्तराधिकारियों को एक कानूनी नोटिस जारी किया जिसमें ऐतिहासिक बुद्ध के पिपराहवा रत्न, मौर्य साम्राज्य, अशोक युग, लगभग 240-200 ईसा पूर्व शीर्षक वाली नीलामी को तत्काल रोकने की मांग की गई है, जो 7 मई 2025 के लिए निर्धारित थी.
संस्कृति मंत्रालय ने बताया कि नोटिस के जवाब में नीलामी करने वाली संस्था ने आश्वासन दिया है कि वह सात मई को हांगकांग में पिपरहवा स्तूप के अवशेषों की बिक्री को लेकर चिंताओं का समाधान करेगा.
उल्लेखनीय है कि यह अवशेष 1898 में अंग्रेज अफसर विलियम क्लैक्सटन पेपे द्वारा कपिलवस्तु, सिद्धार्थनगर (उत्तर प्रदेश) में खोदाई के दौरान अन्य कलाकृतियों के 331 पवित्र रत्न प्राप्त हुए थे, उन्हें औपनिवेशिक काल में भारत से बाहर ले जाया गया था. इन अवशेषों को पिपरहवा रत्न के नाम से जाना जाता है, और वे भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के पश्चात उनके धातु अवशेषों का वह भाग हैं, जिन्हें शाक्य वंशजों ने कपिलवस्तु में संरक्षित किया था.
—————
/ विजयालक्ष्मी
You may also like
14 दिसम्बर की सुबह, सूर्य की पहली किरण इन 5 राशियों के जीवन में भर देगी खुशियों का रंग
महिलाओं की नियत को समझने के तरीके: चाणक्य नीति से सीखें
सोने की तरह सुनहरे होंगे अगले 5 दिन, इन राशियों पर मेहरबान रहेंगे मंगलदेव. आएगा खूब पैसा 〥
तुलसी को भूलकर भी घर के इस कोने में ना लागए वर्ना कंगाली नही छोड़ेगा पीछा 〥
Jaideep Ahlawat के OTT किरदारों में से कौन है आपका पसंदीदा?