-सोनप्रयाग-गौरीकुण्ड के बीच मुनकटिया में राजमार्ग बार-बार हो रहा बाधित
रुद्रप्रयाग, 23 जून (Udaipur Kiran) । केदारघाटी में हो रही मूसलाधार बारिश का केदारनाथ यात्रा पर असर दिखने लगा है। पहले जहां यात्रा में 24 से 25 हजार के करीब तीर्थयात्री पहुंच रहे थे, वहीं अब ये आंकड़ा घटकर सोलह हजार तक आ गया है।
बीते एक सप्ताह से केदारनाथ धाम सहित यात्रा मार्गों में हो रही बारिश के कारण हेलीकाप्टर सेवाएं भी बाधित हैं, जबकि दो दिनों से सोनप्रयाग-गौरीकुण्ड के बीच मुनकटिया में पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण राजमार्ग बार-बार बाधित हो रहा है, जिस कारण तीर्थ यात्रियों को छः किमी का अतिरिक्त सफर तय करने के साथ ही 24 किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ रही है।
केदारघाटी में बीते एक सप्ताह से बारिश जा रही है। बारिश के कारण जहां आम जनजीवन अस्त व्यस्त है, वहीं केदारनाथ यात्रा पर भी इसका असर पड़ रहा है। यात्रियों की संख्या धीरे-धीरे घटती जा रही है। पहले जहां हर दिन यात्रा में 24 से 25 हजार के करीब तीर्थ यात्री धाम पहुंच रहे थे, वहीं अब यात्रा में 16 हजार के करीब तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। मौसम का असर यात्रा पर साफ तौर पर देखा जा रहा है।
वहीं, लगातार हो रही बारिश के कारण अब केदारनाथ हाईवे भी हाईवे भी दिक्क़ते पैदा करने लगा है। हाईवे के सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच मुनकटिया में लगातार ऊपरी पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं, जिस कारण यहां पर यातायात बार-बार बाधित हो रहा है। यातायात बाधित होने से सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड छह किमी की अतिरिक्त दूरी नापनी पड़ रही है। ऐसे में उन्हें बाबा केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए 24 किमी का सफर तय करना पड़ा है। लगातार हो रही बारिश के कारण हाईवे के जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है, जिससे तीर्थ यात्रियों की जान को भी खतरा बना हुआ है।
गौरीकुंड से केदारनाथ धाम 19 किमी पैदल मार्ग के बीच भी जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रहा है, जिस कारण श्रद्धालु बहुत ज्यादा परेशान हैं। रास्ते भर उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पैदल मार्ग के लिंचोली, जंगलचट्टी में पहाड़ी से कब मौत बरस जाए, कहा नहीं जा सकता। यहां लिंचोली में भारी बोल्डर और मलबा पैदल मार्ग पर आए हैं, जिसमें सफर करना तीर्थ यात्रियों को मुश्किल हो रहा है।
पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया कि मुनकटिया लैंड साइड जोन के पास निरन्तर हो रहे भूस्खलन के कारण मार्ग बार-बार बाधित हो रहा है। भूस्खलन क्षेत्र की पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से सतत निगरानी की जा रही है। मार्ग में गिर रहे मलबा-पत्थर की सूचना कंट्रोल रूम के माध्यम से संबंधित थाना सोनप्रयाग और एसडीआरएफ को दी जा रही है, जिनके द्वारा संबंधित कार्यदायी संस्था के साथ समन्वय स्थापित कर मार्ग खोलने की कार्यवाही की जा रही है। यहां पर मार्ग खतरनाक बना हुआ है। उन्होंने सभी यात्रियों से आग्रह किया कि इस स्थान को पार करने में जल्दबाजी न करें और पुलिस प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। आपकी स्वयं की सुरक्षा सर्वोपरि है। बताया कि लिंचोली के पास पैदल मार्ग में आए मलबा-पत्थर को हटाने का कार्य संबंधित कार्यदायी संस्था लोनिवि गुप्तकाशी के स्तर से किया जा रहा है। बताया कि केदारनाथ धाम यात्रा के लिए आ रहे श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है।
मुनकटिया स्लाइडिंग जोन वाले क्षेत्र को पार कर छः किमी का अतिरिक्त पैदल मार्ग का सफर तय कर तकरीबन 24 किमी की केदारनाथ धाम पैदल यात्रा का भक्त आनंद ले रहे हैं। पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से यात्रा मार्गो की निगरानी की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pokhriyal
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