उदयपुर, 29 मई . केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद के पीए को जासूसी के अपराध में हिरासत में लिए जाने को चिंतनीय विषय बताया. शेखावत ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता या खिलवाड़ करने वालों को अपने किए की सजा मिलनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्री शेखावत गुरुवार को लेकसिटी में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा संस्थान की ओर से महाराणा प्रताप जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे थे.
कार्यक्रम से अलग मीडिया से बातचीत में शेखावत ने कहा कि मैं आज ही विदेश से लौटा हूं. मीडिया के माध्यम से मुझे इस विषय की जानकारी हुई है कि पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद के पीए को जासूसी के अपराध में पुलिस ने हिरासत में लिया है. ये निश्चित तौर पर चिंता का विषय है. इसकी ठीक से जांच हो और जितने भी सूत्र उसके साथ जुड़े हैं, उन सबकी जांच करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता या खिलवाड़ करने वालों को अपने किए की सजा मिलनी चाहिए.
महाराणा प्रताप जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शेखावत ने कहा कि भारत की वीर सेना ने पहलगाम में हमारी माताओं-बहनों का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह नया भारत है, जो वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की भांति कभी झुकता नहीं है, बल्कि दुश्मनों को उनके घर में घुसकर मारता है. उन्होंने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जीवन, उनका संघर्ष और उनके संकल्प ने राजस्थान की लोक विरासत को जो नाज दिया है, वह हमारे लिए गौरव की बात है. राजस्थान के लोक संस्कार में गौरव के ये बीज न सिर्फ आज हैं, बल्कि यहां का लोक मानस इसे अपनी सामाजिक-सांस्कृतिक अस्मिता का हिस्सा मानता है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान के राजपुताना गौरव को इतिहासकारों की कथित प्रगतिशील बिरादरी ने जिस तरह काटा-छांटा और समेटा है, वह एक बड़ा और पूरी तरह से पूर्व नियोजित अन्याय रहा है. दुर्भाग्य से इस अन्याय को बहाल रखने के लिए आजादी के बाद भी सरकारी तौर पर संरक्षणवादी दृष्टिकोण अपनाया गया.
ऐसा करने वाले लोगों की कथित विद्वता और इतिहास दृष्टि को सांस्थानिक प्रोत्साहन दिए जाते रहे.
शेखावत ने कहा कि इतिहास में महापुरुषों को उचित स्थान नहीं मिला. हल्दीघाटी में महाराणा प्रताप की विजय को पराजय बताया गया और दिवेर के युद्ध को इतिहास से हटा दिया गया. केंद्रीय मंत्री ने इतिहास को सही संदर्भों में लिखने की आवश्यकता बताई. शेखावत ने कहा कि हमें न सिर्फ अपने इतिहास को निरंतर अपनी स्मृति और बोध में बनाए रखना होगा. हमें अपनी विरासत और महान परंपराओं से हमेशा प्रेरणा लेनी चाहिए.
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/ रोहित
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