हुगली, 29 मई . हुगली जिले में बालागढ़ थानांतर्गत जिराट इलाके में गुरुवार सुबह करंट लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. मृत किसान का नाम निताई दास (53) है. उसका घर जिराट ग्राम पंचायत क्षेत्र में है.
मिली जानकारी के अनुसार, अन्य दिनों की तरह निताई सुबह साइकिल से अपने खेत जा रहा था. खेत जाते समय जिराट के कालीतला इलाके में 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार सड़क पर पड़ा हुआ था. सुबह के अंधेरे में बुजुर्ग को बिजली का तार नहीं दिखा. वह सड़क से उतरकर खेत में गया तो तार उसकी साइकिल में फंस गया. उस समय इलाके में कोई लोग नहीं थे, इसलिए वह कुछ देर तक ऐसे ही सड़क पर पड़ा रहा. करंट लगने से उसकी कलाई और हाथ जल गए. उसका दाहिना पैर, घुटना और दाहिना हाथ जल गया. बाद में स्थानीय लोगों ने देखा तो बिजली विभाग से संपर्क किया और बिजली बंद कराई गई. इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए ले गई.
इस संबंध में मृतक किसान के बड़े भाई स्वप्न दास ने बताया कि उनका भाई प्रतिदिन की तरह खर-पतवार चुनने के लिए अपनी जमीन पर जा रहा था. उन्हें नहीं पता था कि ऐसी घटना हो जाएगी. उनका परिवार खेती पर निर्भर है. खेती का काम पूरी तरह से उनके भाई के जिम्मे था.
उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण ऐसी घटना हुई. जो तार टूटा था वह काफी पुराना था. उसे बदला नहीं गया था. इसी कारण यह घटना हुई. आपदा में बिजली का तार टूटा होने के बावजूद उस तार में बिजली आपूर्ति क्यों जारी रही? ग्रामीणों ने यह सवाल उठाया और विरोध प्रदर्शन किया. पीड़ित किसानों ने मांग की कि जमीन के आसपास के क्षेत्र में खुले तारों से हो रही बिजली आपूर्ति को तत्काल बंद किया जाए. उन्होंने मांग की कि केबल के जरिए क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की जाए.
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/ धनंजय पाण्डेय
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