कानपुर, 27 जून (Udaipur Kiran) । पुरी की तर्ज पर निकलने वाली कानपुर की एतिहासिक जगन्नाथ यात्रा में शुक्रवार को पनकी महंत जीतेन्द्र दास और एक दारोगा से बहस हो गई। महंत का आरोप है कि दारोगा ने मुझे अपशब्द और मां बहन की गाली दी है। इस पर संत समाज एकजुट होने लगा और एलएलसी सलिल विश्नोई सहित भाजपा नेताओं ने भी मौके पर पहुंचकर महंत के समर्थन में आ गये। वहीं सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी भी पहुंचकर दारोगा द्वारा किये गये कृत्य की निंदा की। महंत ने पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर आरोपित दारोगा को निलंबित नहीं किया जाता तो मैं आत्मदाह कर लूंगा। इस पर पुलिस के हाथ पैर फूले हुए हैं और डीसीपी पूर्वी मामले को शांत करने में जुटे हुए हैं।
कानपुर में पिछले 210 सालों से भगवान जगन्नाथ जी की शोभायात्रा बड़ी धूमधाम से निकल रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को भी यह शोभायात्रा निकाली जा रही थी और संत समाज के साथ व्यापारी व आमजन भक्तिमय माहौल में यात्रा के साथ चल रहे थे। यात्रा नयागंज चौराहा पर जब पहुंची शोभायात्रा में लाउडस्पीकर लगाने को लेकर पुलिस टीम और महंतों के बीच तनातनी हो गई। पनकी मंदिर महंत जितेंद्र दास और कृष्ण दास ने बताया कि बादशाहीनाका थाना क्षेत्र का एक दारोगा पुलिस टीम के साथ आया और कहा कि शोभायात्रा में केवल दो लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति है इससे ज्यादा नहीं हो सकते। इसके बाद पुलिस और महंतों के बीच गहमा गहमी शुरु हो गई। देखते ही देखते बवाल इतना बढ़ गया कि महंत जीतेन्द्र दास के आरोपों के अनुसार दारोगा ने मुझे अपशब्द बोलते हुए मां बहन की गाली दे दी।
इस बात से गुस्साएं महंत के समर्थक और शोभायात्रा से जुड़े लोगों ने दारोगा के इस व्यवहार पर विरोध जाहिर करते हुए चौराहे पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ शुरु कर दिया और मांग करने लगे कि आरोपित दारोगा को सस्पेंड किया जाए। नहीं तो शोभायात्रा को निकलने नहीं दिया जाएगा।
मामले को बढ़ता देख भाजपा एमएलसी सलिल बिश्नोई भी मौके पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने पुलिस के इस व्यवहार का विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन का हिस्सा बन गए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में संतों के साथ यह दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस के आला अधिकारियों से हमारी मांग है कि बदसलूकी करने वाले दारोगा को जल्द से जल्द सस्पेंड किया जाए। वहीं समाजवादी पार्टी से आर्यनगर सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने भी इस घटना का विरोध करते हुए कहा कि दारोगा को ऐसा नहीं करना चाहिए था।
खबर लिखे जाने तक पुलिस और महंत समाज आमने-सामने हैं। मौके पर पहुंचे पुलिस उपायुक्त पूर्वी सत्यजीत गुप्ता लगातार महंतों को मनाने का काम कर रहे हैं लेकिन संत समाज और उनसे जुड़े लोग अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। वहीं पनकी महंत ने लाउडस्पीकर के जरिए ऐलान करते हुए कहा कि यदि दारोगा को रात आठ बजे तक सस्पेंड नहीं किया गया तो वह इसी चौराहा पर आत्मदाह कर लेंगे। महंत द्वारा आत्मदाह की दी गई धमकी से पुलिस अधिकारियों के हाथ पैर फूल गये और मनाने का दौर जारी है।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
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