धमतरी, 16 जून (Udaipur Kiran) । बेटा सेना में भर्ती होकर देश सेवा कर रहे हैं, लेकिन उनके पिता व तीन भाईयों को पीएम आवास बनाने के लिए गांव में जमीन नहीं मिल पा रही है। यह परिवार भूमिहीन है। इनके पास रहने के लिए मकान तक नहीं है। स्वजन के जगह पर सालों से झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। अब जब उनके नाम पीएम आवास स्वीकृत हुआ, तो पंचायत से आवास बनाने जमीन नहीं मिल पा रहा है। पीड़ित व दुखी पिता ने शासन-प्रशासन से पीएम आवास निर्माण के लिए जगह दिलाने के गुहार लगाई है, ताकि उनके फौजी बेटा को छुट्टी से लौटने पर ठहरने के लिए एक स्थायी जगह मिल सके।
ग्राम पंचायत डोमा-गुजरा निवासी शत्रुघन सोनवानी अपने तीन जवान बेटों के साथ 16 जून को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर पीएम आवास निर्माण के लिए गांव में जगह दिलाने की गुहार लगाई है। पीड़ित पिता शत्रुघन सोनवानी व तीन जवान बेटों ने अपनी दुखड़ा सुनाते हुए बताया कि उनके पास गांव में रहने के लिए मकान नहीं है। चारों अपने स्वजन के जगह पर झोपड़ी बनाकर पिछले 20 सालों से रह रहे हैं। आबादी जमीन की गुहार पंचायत से लगा चुके हैं, लेकिन अब तक नहीं मिल पाया है। गरीबी व तंगहाली के चलते वह अपने चारों बेटों का लालन-पालन किया है। उनके एक बेटा वर्तमान में फौजी बनकर देश सेवा कर रह है। किसी तरह शत्रुघन सोनवानी के नाम पर शासन से पीएम आवास स्वीकृत हो गया है, तो आवास बनाने जगह नहीं है, ऐसे में सैनिक के पीड़ित पिता ने पीएम आवास बनाने के लिए शासन-प्रशासन से गांव में जगह देने की गुहार लगाई है। उन्होंने बताया कि जब उनके बेटा देश सेवा करके छुट्टी पर घर लौटते हैं, तो उन्हें दूसरे के घर में ठहरना पड़ता है। साथ ही तीन बेटा जवान हो चुके हैं, उन्हें भी झोपड़ी में रहने में दिक्कतें हो रही है, ऐसे में पीड़िता पिता ने पीएम आवास निर्माण के लिए ग्राम पंचायत से जगह दिलाने या स्वजन के जगह पर पीएम आवास निर्माण करने की अनुमति देने की मांग की है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
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