तिरुवनंतपुरम, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केरल प्रदेश कार्यालय का उद्घाटन किया और विकसित केरल सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से किए जा रहे विकास कार्यों का उल्लेख किया और भाजपा कार्यकर्ताओं को ‘विकसित केरलम’ व ‘विकसित भारत’ की संकल्प को पूरा करने की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के भव्य कार्यालय का उद्घाटन करते हुए उन सैकड़ों कार्यकर्ताओं को याद किया, जिन्होंने अपनी जान देकर भाजपा की विचारधारा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा किए गए कार्य , केरल में पार्टी के भविष्य की दिशा का संकेत देते हैं। आज केरल में भाजपा के नवनिर्मित कार्यालय का भव्य उद्घाटन संपन्न हुआ। इस कार्यालय का भूमि पूजन भी मैंने ही किया था और आज इसका उद्घाटन भी मेरे ही द्वारा सम्पन्न हुआ।
अमित शाह ने कहा कि कार्यालय का उद्घाटन उनके लिए व्यक्तिगत रूप से विशेष क्षण है, क्योंकि भारतीय जनसंघ के समय से लेकर आजतक की इस यात्रा में ऐसे कई पड़ाव आए हैं जो संगठनात्मक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रहे हैं। यह कार्यालय केवल संगठन का केंद्र न बनकर, केरल में एनडीए की सरकार बनाने की दिशा में एक सशक्त शुरुआत होगी।
उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक दलों के लिए कार्यालय मात्र एक काम करने की जगह होता है, लेकिन भाजपा के लिए कार्यालय एक पवित्र स्थल होता है। भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए यह मंदिर के समान होता है। कार्यालय के बिना पार्टी की विचारधारा कार्यकर्ताओं तक नहीं पहुंच सकती और विचारधारा के बिना भाजपा में एक कार्यकर्ता की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत’ की संकल्पना देश के 140 करोड़ नागरिकों के समक्ष रखी है और इस ‘विकसित भारत’ का मार्ग, ‘विकसित केरल’ से होकर ही जाता है। दक्षिण भारत के शक्तिशाली राज्यों के समग्र विकास के बिना ‘विकसित भारत’ की कल्पना अधूरी है। इस दिशा में यदि कोई राज्य सांस्कृतिक समन्वय, प्राचीन विरासत और आधुनिकता का सामंजस्य स्थापित कर आगे बढ़ सकता है, तो वह सिर्फ केरल ही है।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा ओडिशा में मेहनत कर रही थी, तब पार्टी पर ताने कसे गए। कहा गया कि यहां भाजपा की कोई जगह नहीं है, लेकिन कार्यकर्ताओं ने संगठन को मजबूत किया, जनाधार बढ़ाया और अंततः सरकार बनाने में कामयाब रही। इसी तरह असम में भी पार्टी को पहले मजाक का विषय बनाया गया, लेकिन असम की जनता ने भाजपा को स्वीकार किया और आज वहां लगातार दोबारी भाजपा की सरकार बनी है।
अमित शाह ने कहा कि केरल की जनता ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 11 प्रतिशत वोट दिए, 2019 में यह बढ़कर 13 प्रतिशत हुआ और 2024 में भाजपा को 16 प्रतिशत वोट मिले। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए अब केरल में भाजपा की सरकार बनाने का समय आ गया है। अब सरकार बनाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को पूरी ताकत से प्रयास करना है। जनता का रुझान भी अब स्पष्ट है और केरल के मतदाता समझदार और निर्णायक हैं। आगामी 2026 का विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए और भाजपा केरल में सरकार बनाएगी।
इससे पहले गृह मंत्री ने प्रभु पद्मनाभ स्वामी के चरणों में प्रणाम करते हुए महान समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी श्रीमन्न पद्मानाभम, नारायणगुरु और महात्मा अय्यंकाली की पावन भूमि को श्रद्धांजलि अर्पित की और आदि शंकराचार्य की जन्मभूमि केरल को श्रद्धांजलि नमन किया। उन्होंने आदि शंकराचार्य के अपार योगदान पर प्रकाश डाला, जिसमें वेदांत, ब्रह्मसूत्र, वैदिक गणित और अन्य धर्मग्रंथों पर प्रमुख ग्रंथों की रचना शामिल है।
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कार्यक्रम के दौरान भाजपा केरल प्रदेश के अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर, केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन, भाजपा के केरल प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर, सह-प्रभारी अपराजिता सारंगी समनेत अन्य नेता और कार्यकर्तागण मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / उदय कुमार सिंह
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