जींद, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । पंजाब में बाढ़ के बाद के बाद गुरदासपुर समेत कई जिलों से लोग अपने पशुओं, मवेशियों को लेकर जींद की तरफ आ रहे हैं। जींद में शनिवार को दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे तथा 152डी के फ्लाईओवर के नीचे ये लोग अपना अस्थायी बसेरा बनाते दिखे। लोगों का कहना है कि पानी उतरने के बाद वहां वापस चले जाएंगे। पंजाब के गुरदासपुर समेत कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं और वहां कई-कई फीट पानी भरा हुआ है। ऐसे में किसान और डेयरी फार्मर अपनी भैंसें लेकर जींद की तरफ और आगे दूसरे जिलों में अस्थायी ठिकाना ढूंढ रहे हैं।
कुछ परिवार ट्रैक्टर ट्रॉली में अपनी जरूरत की सामग्री लेकर परिवार समेत हाईवे फ्लाईओवर के नीचे डेरा जमाए हुए हैं। गुरदासपुर जिले से 20 से ज्यादा भैंसें लेकर जींद की तरफ आ रहे सतनाम ने कहा कि चार-पांच दिन पहले वह भैंसों को बाढ़ से निकाल कर चले थे। वहां अब कुछ नहीं बचा है। सब बर्बाद हो गया। ये भैंसें ही उनके पास एकमात्र संपत्ति बची हैं। वहीं इस समय जींद जिले के 20 से ज्यादा गांवों की फसलें डूबी हैं। वहीं बुआना गांव निवासी किसान बलवान का मकान गिर गया। पहले ही उसकी फसल डूबी हुई है। अब मकान गिरने से किसान पर दोहरी मार पड़ी है।
किसान बलवान ने बताया कि पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण मकान को नुकसान पहुंचा है। शुक्रवार दोपहर बाद हुई बारिश के बाद मकान की छत गिर गई। उस दौरान मकान के अंदर कोई नहीं था। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। कुछ साल पहले बलवान के एक लड़के की कैंसर के कारण मौत हो चुकी है। वहीं दूसरा बेटा दिव्यांग है। बलवान ने सरकार व प्रशासन आर्थिक मदद की मांग की है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
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