– डिजिटल गवर्नेंस, आधार-अनुप्रयोग और तकनीकी नवाचारों पर होगा मंथन
भोपाल, 08 मई . प्रयागराज महाकुंभ में एआई के इस्तेमाल के बाद मध्य प्रदेश में सिंहस्थ-2028 और अन्य भीड़ वाले कार्यक्रमों में एआई के उपयोग को लेकर भोपाल में आज (गुरुवार) से दो दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया जा रहा है. इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, अधोसंरचना और सुरक्षा क्षेत्रों में एआई के प्रभाव और भविष्य की दिशा के साथ सरकारी विभागों में एआई की मदद से कैपेसिटी बिल्डिंग पर प्रजेंटेशन होंगे. इस दौरान एआई साइबर सुरक्षा, डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम 2023 समेत प्रशासन में एआई के उपयोग पर चर्चा की जाएगी.
जनसम्पर्क अधिकारी सोनिया परिहार ने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम एवं राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्रभाग द्वारा एआई भारत @ एमपी – कृत्रिम बुद्धिमत्ता, आधार और डिजिटल गवर्नेंस में नवाचार विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में किया जा रहा है. में यह कार्य़शाला प्रातः 9:30 से सांय काल 5:30 बजे तक आयोजित होगी.
उन्होंने बताया कि कार्यशाला डिजिटल गवर्नेंस को अधिक प्रभावी, समावेशी और नागरिकोन्मुखी बनाने के लिये ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता’ (एआई) और ‘आधार’ (यूआईएडीआई) के प्रयोग की संभावनाओं पर केंद्रित होगी. कार्यशाला में नीति-निर्माताओं, तकनीकी विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और सरकारी प्रतिनिधियों की भागीदारी से नॉलेज शेयर और विचार-विमर्श किया जायेगा. कार्यशाला में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अपर मुख्य सचिव संजय दुबे राज्य की डिजिटल रणनीति पर प्रकाश डालेंगे. राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्रभाग के सीईओ नंद कुमारम, डिजिटल नीति पर राष्ट्रीय दृष्टिकोण साझा करेंगे. मध्य प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम के प्रबंध संचालक आशीष वशिष्ठ कार्यशाला के उद्देश्यों की जानकारी देंगे.
कार्यशाला का पहला दिन
कार्यशाला का पहला दिन प्रशासन को गतिशील बनाने में एआई नवाचार और आधार के प्रयोग पर केंद्रित रहेगा. इसमें आईआईटी इंदौर की प्रो. अरुणा तिवारी और आईआईएम इंदौर के डीन प्रो. प्रशांत सलवान एआई अनुसंधान में शिक्षा जगत की भूमिका पर चर्चा करेंगे. यूआईएडीआई के डीडीजी आमोद कुमार और डीबीटी सचिवालय के अपर सचिव सौरभ कुमार तिवारी आधार-सक्षम लाभ वितरण पर जानकारी देंगे. AWS, Oracle और India AI Mission जैसे तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञ भी वास्तविक एआई अनुप्रयोगों को प्रस्तुत करेंगे.
कार्यशाला में प्रयागराज कुंभ जैसे बड़े आयोजनों में एआई के प्रयोग, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, अधोसंरचना और सुरक्षा क्षेत्रों में इसके प्रभाव और भविष्य की दिशा पर केंद्रित सत्र होंगे. कार्यशाला में एआई मोरल्स और सरकारी विभागों में एआई की मदद से कैपेसिटी बिल्डिंग पर विशेष चर्चा की जायेगी.
कार्यशाला का दूसरा दिन 9 मई
कार्यशाला के दूसरे दिन डिजिटल इंडिया स्टेट कंसल्टेशन वर्कशॉप आयोजित की जायेगी, जिसमें केंद्र और राज्यों के बीच डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देने के लिए संवाद और सहयोग पर बल दिया जाएगा. कार्यशाला में DigiLocker, API Setu, UMANG, मेरी पहचान और myScheme जैसे प्रमुख एप पर विशेष प्रेजेंटेशन सत्र आयोजित किये जायेंगे. साथ ही प्रमाणीकरण सेवाओं, साइबर सुरक्षा, डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम 2023, eSanjeevani, DIKSHA, और MSH प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी सत्रों के माध्यम से गहन चर्चा की जायेगी. कार्यशाला का उद्देश्य उभरती तकनीकों के जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देना और मध्य प्रदेश को तकनीकी रूप से सक्षम व फ्यूचर-रेडी राज्य के रूप में स्थापित करना है.
तोमर
You may also like
सुनने की क्षमता बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय
कलौंजी वाला दूध: स्वास्थ्य के लिए अद्भुत लाभ और बनाने की विधि
ये साबुन दाद, खाज,खुजली को बहुत तेजी से करता है नष्ट, अगर आप भी हैं परेशान तो करें प्रयोग … ˠ
झज्जर : पांच जिलों के खिलाडियों की तैराकी प्रतियोगिता 11 को
सोनीपत: नकली बीज-खाद पर नकेल कसने की तैयारी, कृषि विभाग मारेगा छापे