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जो समाज अपने इतिहास की त्रुटियों को भूला देता है, उसका अस्तित्व समाप्त हो जाता है : रमेश

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—14 अगस्त का भारत विभाजन दैव निर्मित नहीं, मानव निर्मित था

वाराणसी, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के काशी प्रान्त प्रचारक रमेश ने कहा कि 14 अगस्त 1947 का भारत विभाजन दैव निर्मित न होकर मानव निर्मित था। जिस कारण अखण्ड भारत के प्राकृतिक स्वरूप में कोई परिवर्तन तो नहीं आया परन्तु इस राजनैतिक बंटवारे में भारत के गौरवशाली स्वरूप को छिन्न—भिन्न कर दिया।

प्रांत प्रचारक गुरूवार शाम सिगरा स्थित भारत माता मंदिर परिसर में जागृत युवा मंच की ओर से आयोजित अखण्ड भारत संकल्प दिवस के अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त के दिन कुछ मुट्ठी भर लोगों ने मात्र एक रेखा खींचकर भारत माता के टुकड़े कर दिये। यह दिवस ऐसा है जिसके एक ओर दीपावली है, वहीं दूसरी ओर रक्त रंजित होली है। उन्होंने कहा कि विष्णु पुराण में उल्लिखित है कि उत्तर में हिमालय एवं दक्षिण में हिन्द महासागर के मध्य की भूमि जिसे हिन्दुस्थान कहा गया है, वह ईश्वर द्वारा निर्मित है। इसी कारण प्रत्येक भारतीय इस भूमि को माता के रूप में वन्दन करता है।

प्रांत प्रचारक ने कहा कि 11वीं सदी से 1757 ई0 के पूर्व किसी भी आक्रमणकारी ने सम्पूर्ण भारत पर शासन कभी नहीं किया। परन्तु अंग्रेजों ने इस राष्ट्र को टुकड़ों में बांटकर 190 वर्षों तक शासन किया। 1876 में अफगानिस्तान, 1904 में नेपाल, 1906 में भूटान, 1930 में श्रीलंका, 1935 में वर्मा तथा 1947 में वर्तमान पाकिस्तान एवं बांग्लादेश भारत से अलग किये गये। उन्होंने कहा कि जिस भूमि पर गीता, गंगा, गायत्री, गौ जैसे मान बिन्दुओं का सम्मान नहीं होता वह अब हमारी भूमि नहीं है। इस बात की पीड़ा हम सबमें होनी चाहिए। विशेष रूप से भारत पाकिस्तान विभाजन के समय जिन व्यक्तियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया उनके प्रति हमारी संवेदनाएं सदैव जागृत होनी चाहिए।

कार्यक्रम में राष्ट्र सेविका समिति की क्षेत्र प्रचारिका शशि ने कहा कि 1947 के कालखण्ड में राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता में कमी के फलस्वरूप हमें खण्डित भारत प्राप्त हुआ। वर्तमान भारत माता मन्दिर में अखण्ड भारत का मानचित्र राष्ट्र की विशालता और गौरव का भान कराता है। आज का संकल्प दिवस इसलिए भी आयोजित है कि वर्तमान स्वतंत्र भारत की भूमि को संरक्षित एवं सुरक्षित रखना होगा। इसके उपरांत भारत अखण्ड करने के लिए संकल्प दिलाया गया। वेद के विद्यार्थियों ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अन्त में भारत माता मन्दिर परिसर में दीपदान एवं भारत माता की आरती की गयी। कार्यक्रम में राष्ट्र सेविका समिति की प्रान्त कार्यवाहिका रंजना, प्रान्त महिला समन्वयक प्रो0 मंजू द्विवेदी, प्रान्त सेवा प्रमुख दुर्गा , प्रान्त तरुणी प्रमुख नेहा, प्रान्त शारीरिक शिक्षण प्रमुख कविता, प्रो0 अमिता सिंह आदि की मौजूदगी रही।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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