देश-दुनिया के इतिहास में 22 जून की तारीख महान लेखकों के जन्म और मृत्यु के रूप में भी दर्ज है। 22 जून, 2000 भारतीय साहित्य को वह तारीख है जब प्रगतिशील काव्य-धारा के प्रमुख स्तंभ केदारनाथ अग्रवाल चिरनिद्रा में लीन हो गए। उनका पहला काव्य-संग्रह युग की गंगा आजादी के पहले मार्च, 1947 में प्रकाशित हुआ। हिन्दी साहित्य के इतिहास को समझने के लिए यह संग्रह एक बहुमूल्य दस्तावेज है। केदारनाथ अग्रवाल ने मार्क्सवादी दर्शन को जीवन का आधार मानकर जनसाधारण के जीवन की गहरी व व्यापक संवेदना को अपनी कविताओं में मुखरित किया है।
कवि केदार की जनवादी लेखनी पूर्णरूपेण भारत की सोंधी मिट्टी की देन है। इसीलिए इनकी कविताओं में भारत की धरती की सुगंध और आस्था का स्वर मिलता है। केदारनाथ अग्रवाल की कविताओं का अनुवाद रूसी, जर्मन, चेक और अंग्रेजी में हुआ है। उनके कविता-संग्रह ‘फूल नहीं, रंग बोलते हैं’ सोवियतलैंड नेहरू पुरस्कार से सम्मानित हो चुका है। केदारनाथ अग्रवाल के प्रमुख कविता संग्रह है- (1) युग की गंगा, (2) फूल नहीं, रंग बोलते हैं, (3) गुलमेंहदी, (4) हे मेरी तुम!, (5) बोलेबोल अबोल, (6) जमुन जल तुम, (7) कहें केदार खरी खरी, (8) मार प्यार की थापें आदि। केदारनाथ अग्रवाल का यात्रा संस्मरण ‘बस्ती खिले गुलाबों की’ महत्वपूर्ण साहित्यक दस्तावेज है। उनका उपन्यास पतिया, बैल बाजी मार ले गए, निबंध संग्रह समय-समय पर (1970), विचार बोध (1980), विवेक विवेचन (1980) साहित्य के समय की शिला पर महक रहे रजनी-गंधा हैं।
उनकी एक कविता है-जिंदगी को/वह गढ़ेंगे जो शिलाएं तोड़ते हैं/ जो भगीरथ नीर की निर्भय शिराएं मोड़ते हैं/ यज्ञ को इस शक्ति-श्रम के श्रेष्ठतम् मैं मानता हूं/जिंदगी को/वे गढ़ेंगे जो खदानें खोदते हैं/ लौह के सोए असुर को कर्म-रथ में जोतते हैं/ यज्ञ को इस शक्ति श्रम के/श्रेष्ठतम् मैं मानता हूं/
जिंदगी को/वे गढ़ेंगे जो प्रभंजन हांकते हैं/ शूरवीरों के चरण से रक्त-रेखा आंकते हैं/ यज्ञ को इस शक्ति-श्रम के/ श्रेष्ठतम् मैं मानता हूं/ जिंदगी को
वे गढ़ेंगे जो प्रलय को रोकते हैं/ रक्त से रंजित धरा पर शांति का पथ खोजते हैं/यज्ञ को इस शक्ति-श्रम के श्रेष्ठतम् मैं मानता हूं/ मैं नया इंसान हूं इस यज्ञ में सहयोग दूंगा/ खूबसूरत जिंदगी की नौजवानी भोग लूंगा।
कविता संग्रह अपूर्वा के लिए उन्हें 1986 का साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया। 01 अप्रैल 1911 को उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के कमासिन में जन्मे केदारनाथ 22 जून, 2000 स्मृतिशेष हो गए। इनके पिता हनुमान प्रसाद अग्रवाल भी कवि थे। उनका एक काव्य संकलन ‘मधुरिम’ के नाम से प्रकाशित भी हुआ था। कवि केदार का आरंभिक जीवन कमासिन के ग्रामीण माहौल में बीता और शिक्षा दीक्षा की शुरुआत भी वहीं हुई। उन्होंने अपने चाचा मुकुंदलाल अग्रवाल के संरक्षण में शिक्षा पाई। उन्होंने कई शहरों में पढ़ाई की। कानूनी शिक्षा उन्होंने कानपुर में हासिल की। इसके बाद बांदा पहुंचकर वकालत करने लगे। वह आखिर तक बांदा में ही रहे। केदारनाथ अग्रवाल ने लगभग नौ दशक का उदात्त जीवन अन्यतम कवि के रूप में पूरी उदात्तता के साथ जीने की कोशिश की। केदार के काव्य-संसार में सागर जैसी विशालता, नदी की धारा जैसी निर्मलता और चांदनी सी निश्छल आभा फैली है।
महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1555ः हुमायूं ने सिकंदर सूरी को पराजित कर अकबर को उत्तराधिकारी घोषित किया।
1857ः लंदन में विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय को आधिकारिक तौर पर रानी विक्टोरिया ने खोला।
1865ः डॉ डब्ल्यू जी ग्रेस ने प्रथम श्रेणी के क्रिकेट की शुरुआत की।
1906ः स्वीडन ने राष्ट्रीय ध्वज अपनाया।
1911ः किंग जॉर्ज पंचम को इंग्लैंड का राजा बनाया गया।
1939ः नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस से अलग होकर फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की।
1941ः हिटलर ने तत्कालीन सोवियत रूस पर आक्रमण किया।
1957ः तत्कालीन सोवियत रूस ने पहली बार आर-12 मिसाइल का प्रक्षेपण किया।
1984ः लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से वर्जिन अटलांटिक एयरवेज ने पहली उड़ान भरी।
1990ः फिलीपींस में माउंट डडिकास के पानी के नीचे ज्वालामुखी का विस्फोट।
2002ः उत्तरी-पश्चिमी ईरान में जबरदस्त भूकंप से 261 लोगों की मौत।
2005ः पूरा इराक विश्व धरोहर सूची में शामिल।
2006ः अमेरिका ने मिसाइल रक्षा प्रणाली का सफल परीक्षण किया।
2007ः सुनीता विलियम्स अपनी टीम के साथ धरती पर लौटीं।
2009ः 21वीं सदी का सबसे लंबा सूर्यग्रहण भारत में दिखाई दिया।
2012ः पराग्वे के राष्ट्रपति फर्नान्डों लुगो को महाभियोग चलाकर पद से हटाया गया।
2015ः अफगानिस्तान की नेशनल असेंबली की इमारत में आत्मघाती हमला, सभी हमलावर मारे गये, 18 लोग घायल।
2016ः इसरो ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास, लॉन्च किए 20 उपग्रह।
जन्म
1900ः भारतीय स्वतंत्रता सेनानी गणेश घोष।
1928ः अमेरिकी अभिनेता राल्फ वाइट।
1932ः भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता अमरीश पुरी।
1950ः भारतीय सिनेमा के अभिनेता टॉम अल्टर।
निधन
1988ः पालि भाषा के मूर्धन्य विद्वान भदन्त आनन्द कौसल्यायन।
1994ः फिल्मकार, निर्माता-निर्देशक और अभिनेता एल. वी. प्रसाद।
2000ः हिन्दी साहित्य में प्रगतिशील काव्य-धारा के प्रमुख स्तंभ केदारनाथ अग्रवाल।
2005ः भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुंदर सिंह भंडारी ।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद
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