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Divya Arshkalpa Vati: बवासीर और एनल डिसऑर्डर का असरदार आयुर्वेदिक इलाज

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Divya Arshkalpa Vati benefits: लंबे समय कर बैठे-बैठे काम करने की आदत और गलत खानपान के कारण पेट की दिक्क्तें तो बढ़ ही रही हैं, साथ ही बढ़ जाती है बवासीर की दिक्क्त. बवासीर काफी तकलीफदेह बीमारी है जिसमें मरीज को तेज दर्द, जलन और रोजमर्रा के काम करने में भी परेशानी होती है. ऐसे में आयुर्वेद आपकी मदद कर सकता है जिसकी दवाइयां शरीर के बिना किसी साइड इफेक्ट के आराम पहुंचा देती है.

बवासीर की समस्या में मल त्यागने के समय काफी दर्द और जलन होती है. इस वजह से मरीज का न पेट साफ हो पाता है न ही ढंग के खाना-पीना हो पाता है. कभी-कभार तो मल त्यागते समय खून भी आने लगता है, जिससे परेशानी काफी गंभीर बन जाती है. Divya Arshkalpa Vati ऐसी ही एक आयुर्वेदिक दवा है जो बवासीर और इससे जुड़ी तमाम समस्याओं में राहत देती है. साथ ही बेहद कारगर भी मानी गई है.

क्या है Divya Arshkalpa Vati?

Patanjali ने बवासीर की परेशानी के लिए एक खास आयर्वेदिक औषधि बनाई है जिसमें शक्तिशाली जड़ी-बूटियों का मिश्रण किया गया है. इसमें रसौता, हरड़ (Haritaki), बकायन के बीज, नीम के बीज, अरिष्टक की छाल, कपूर, मकोय, एलोवेरा और नागदोन जैसी जड़ी- बूटियों को शामिल किया गया है. ये सभी तत्व मिलकर बवासीर की परेशानी को जड़ से खत्म करने के साथ लंबे समय तक राहत देने का काम करते हैं.

बवासीर में कैसे करता है असर?

पतंजलि का दावा है किDivya Arshkalpa Vati काफी लाभकारी होती है जो अंदरूनी और बाहरी दोनों तरह की बवासीर पर काम करता है.

  • यह दवा रक्तस्त्राव, दर्दस खुजली और सूजन जैसी तकलीफों को कम करती है. Divya Arshkalpa Vati के नियमित सेवन करने से पुरानी बवासीर की और यहां तक की फिस्टुला जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचाव होता है.
  • इस दवा में मौजूद नीम और हरड़ जैसे तत्व सूजन को कम करके आंतों को साफ करते हैं, जिससे मल त्यागने में आसानी होती है. साथ ही रोगी को तुरंत राहत भी मिल जाती है.
  • Divya Arshkalpa Vati उन सभी anorectal disorders में भी काम आती है, जिनमें दर्द, इंफ्लेमेशन या इंफेक्शन की समस्या होती है. अगर मरीज को गुदा क्षेत्र में जलन, बार-बार सूजन या फोड़े जैसी तकलीफ रहती है, तो यह दवा बहुत मददगार होती है.
  • इसमें मौजूद जड़ी-बूटियां प्राकृतिक तरीके से खून को साफ करती हैं, आंतों को हेल्दी बनाती हैं और भविष्य में बवासीर दोबारा न हो इसके लिए शरीर को मजबूत करती हैं.

सेवन विधि और खुराक

  • इसे सुबह खाली पेट और शाम को खाना खाने से पहले लेना चाहिए.
  • खुराक में 1 से 2 गोली.
  • इसे छाछ (buttermilk) या ताजे पानी के साथ लिया जा सकता है.
  • छाछ पेट को ठंडक पहुंचाती है और आंतों की सफाई में मदद करती है.

Divya Arshkalpa Vati की सावधानियां

हालांकि यह दवा पूरी तरह आयुर्वेदिक है और इसके कोई बड़े साइड इफेक्ट्स नहीं बताए जाते, फिर भी कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है जैसे-

1- गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं इसे बिना डॉक्टर की सलाह के न लें.

2- अगर बवासीर बहुत ज्यादा बढ़ चुका है और लगातार खून बह रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

3- दवा के साथ-साथ खानपान पर भी ध्यान देना जरूरी है. मसालेदार, तला-भुना और कब्ज करने वाले खाने से परहेज करें.

नोट : ये दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. खुद से दवा का सेवन बिलकुल न करें

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