भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन टेस्ट रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। भारत इस मैच में 244 रनों से आगे चल रहा है। इसका तनाव इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था। यशस्वी जायसवाल का विकेट गिरने के बाद बेन स्टोक्स ने मैदान के बीच में ही हंगामा मचा दिया। इंग्लैंड के कप्तान अंपायर से काफी नाराज थे, लेकिन फिर भी अंपायर ने अपना फैसला नहीं बदला।
बेन स्टोक्स क्यों नाराज थे?
जब भारतीय टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी तो भारत के लिए यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ओपनिंग करने आए। इन दोनों बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाए और भारत का स्कोर 50 के पार पहुंचाया। इसके बाद भारत की दूसरी पारी के 8वें ओवर की चौथी गेंद पर कुछ ऐसा हुआ कि इंग्लैंड के कप्तान मैदान के बीच में ही चिल्लाने लगे और उन्होंने अंपायर से कहा कि आप ऐसा नहीं कर सकते।
जोश टोंग के इस ओवर की चौथी गेंद पर इंग्लैंड ने यशस्वी जायसवाल के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की, जिस पर अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया। इसके बाद राहुल से पूछकर जायसवाल ने डीआरएस लिया। लेकिन जैसे ही जायसवाल ने डीआरएस के लिए इशारा किया, डीआरएस टाइमर 0 (शून्य) हो गया, लेकिन जैसे ही जायसवाल ने इशारा दिया, अंपायर ने फैसला तीसरे अंपायर के पास भेज दिया। अंपायर का यह बयान बेन स्टोक्स को पसंद नहीं आया और इंग्लैंड के कप्तान ने अंपायर के फैसले पर सवाल उठाए। हालांकि, अंपायर ने अपना फैसला नहीं बदला और जायसवाल के डीआरएस लेने के फैसले को सही माना। इसके बाद भी बेन स्टोक्स ने अंपायर के इस फैसले पर निराशा जताई।
क्या था तीसरे अंपायर का फैसला?
तीसरे अंपायर ने यशस्वी जायसवाल के आउट या नॉट आउट पर अंतिम फैसला सुनाया। मैदानी अंपायर की तरह तीसरे अंपायर ने भी जायसवाल को एलबीडब्लू आउट दिया। इसके साथ ही जायसवाल अपनी छोटी लेकिन तूफानी पारी खेलकर आउट हो गए। जायसवाल ने 22 गेंदों पर 28 रन बनाए, जिसमें युवा खिलाड़ी ने छह चौके लगाए।
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