जिस गांव में शादी के संगीत की गगनभेदी ध्वनि के बीच दुल्हन की पालकी उतारी जानी थी, उसी गांव से गुरुवार की रात जब उसकी अंतिम यात्रा निकली तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। जब ससुर ओम प्रकाश यादव उर्फ बड़धारी ने अपने बेटे की नई नवेली दुल्हन ललिता देवी की चिता को अग्नि दी तो लोगों की आंखों में आंसू आ गए। यह हृदय विदारक घटना भोजपुर जिले के सिकरहटा थाना अंतर्गत राजमलाडीह गांव की है। दुल्हन का अंतिम संस्कार राजमलाडीह गांव स्थित उसके ससुराल में किया गया। जबकि दूल्हा मोनू कुमार पटना के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।
उसकी भी हालत गंभीर है। ससुराल जाते समय कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल दुल्हन की गुरुवार की सुबह पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक दुल्हन 21 वर्षीय ललिता देवी सिकरहटा थाना क्षेत्र के राजमलिहाल गांव निवासी मोनू कुमार की पत्नी थी। आपको बता दें कि मंगलवार की शाम सिकरहटा थाना क्षेत्र के राजमलिहाल गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह उर्फ बड़हरी सिंह का पुत्र मोनू कुमार हसन बाजार थाना क्षेत्र के इनारपतपुर गांव निवासी स्वर्गीय दूधनाथ सिंह के घर शादी समारोह में गया था। विदाई समारोह के दौरान हुआ हादसा बुधवार की सुबह शादी समारोह की विदाई समारोह के बाद जब दूल्हा मोनू कुमार अपनी दुल्हन ललिता देवी व अन्य सात लोगों के साथ कार से राजमलिहाल गांव स्थित अपने घर लौट रहा था, तभी सिकरवल पेट्रोल पंप के पास विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक से उसकी आमने-सामने की टक्कर हो गई। इसमें दूल्हा-दुल्हन समेत सात लोग घायल हो गए। इसके बाद दूल्हा मोनू कुमार व दुल्हन ललिता देवी को गंभीर हालत में इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। इस बीच गुरुवार की दोपहर दुल्हन ललिता देवी की मौत हो गई। जबकि दूल्हा मोनू कुमार भी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।
You may also like
जामुन की छाल: डायबिटीज के लिए एक प्राकृतिक उपचार
आईपीएल 2025 : श्रेयस अय्यर के तूफान के आगे उड़ी मुंबई, पंजाब किग्स फाइनल में पहुंची
बाढ़ प्रभावित मणिपुर में 1,300 से अधिक लोगों को बचाया गया
कमल हासन ने 'सदमा' के दिल दहला देने वाले क्लाइमेक्स का राज खोला
स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद सब्जियाँ: कभी न छीलें इन्हें