वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि गाजा पर जल्द ही एक बड़ी सफलता मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि वार्ताकार एक समझौते को अंतिम रूप देने के करीब हैं, जिससे बंधकों को रिया जा सकेगा और युद्ध का अंत होगा। ट्रंप ने कहा, 'ऐसा लगता है कि हमारे पास गाजा को लेकर एक डील है। मुझे लगता है कि यह एक ऐसा समझौता है जिससे बंधकों को वापस लाया जा सकेगा। यह एक ऐसा समझौता होगा जिससे युद्ध समाप्त होगा। यह शांति स्थापित करेगा।' ट्रंप की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब गाजा में जारी भीषण युद्ध को लेकर इजरायल दुनिया भर में अलग-थलग पड़ रहा है, जिसने अमेरिका पर दबाव बढ़ा दिया है।
इजरायल ने हाल ही में गाजा सिटी पर कब्जा के लिए अभियान शुरू किया है और इजरायली सेना शहर में काफी अंदर तक घुस आई है। इजरायल ने इसे हमास का आखिरी गढ़ बताया है। लगभग दो साल से गाजा में जारी युद्ध के चलते अब तक 65,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इस बीच इजरायली अभियान के खिलाफ दुनियाभर में आवाज उठने लगी है। हाल के दिनों में ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस समेत कई देशों ने फिलिस्तीन को मान्यता देने की घोषणा की है, जो इजरायल के लिए झटका बताया जा रहा है।
नेतन्याहू का संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन
डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी उसी दिन आई है, जब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। शुक्रवार को नेतन्याहू के संबोधन शुरू करते ही कई देशों के प्रतिनिधियों ने भाषण का बहिष्कार करते हुए हॉल से वॉकआउट किया। नेतन्याहू ने लगभग खाली हाल में ही अपना संबोधन दिया। इस दौरान नेतन्याहू ने गाजा के लोगों को सीधे संबोधित किया और हमास को बंधकों को रिहा करने की चेतावनी दी। नेतन्याहू ने कहा कि आप हमारे लोगों को आने दीजिए। अगर ऐसा न हुआ तो हम हमास को ढूढ़ निकालेंगे और मारेंगे।
फिलिस्तीन को मान्यता देने वालों पर बरसे
नेतन्याहू ने ईरान पर एक आतंकवादी धुरी का नेतृत्व करने का आरोप लगाया, जिसमें हूती, हिजबुल्लाह और हमास शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इजरायल ने इन समूहों के नेताओं को सफलतापूर्वक निशाना बनाया है और गाजा में बंधकों को सीधे संबोधित किया है। इस दौरान नेतन्याहू ने उन देशों की आलोचना की, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान फिलिस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता देने की घोषणा की है। नेतन्याहू ने फ्रांस, ब्रिटेन और दूसरे देशों पर 'इजरायल का समर्थन करने के बजाय बुराई का तुष्टिकरण' करने का आरोप लगाया।
इजरायल ने हाल ही में गाजा सिटी पर कब्जा के लिए अभियान शुरू किया है और इजरायली सेना शहर में काफी अंदर तक घुस आई है। इजरायल ने इसे हमास का आखिरी गढ़ बताया है। लगभग दो साल से गाजा में जारी युद्ध के चलते अब तक 65,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इस बीच इजरायली अभियान के खिलाफ दुनियाभर में आवाज उठने लगी है। हाल के दिनों में ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस समेत कई देशों ने फिलिस्तीन को मान्यता देने की घोषणा की है, जो इजरायल के लिए झटका बताया जा रहा है।
नेतन्याहू का संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन
डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी उसी दिन आई है, जब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। शुक्रवार को नेतन्याहू के संबोधन शुरू करते ही कई देशों के प्रतिनिधियों ने भाषण का बहिष्कार करते हुए हॉल से वॉकआउट किया। नेतन्याहू ने लगभग खाली हाल में ही अपना संबोधन दिया। इस दौरान नेतन्याहू ने गाजा के लोगों को सीधे संबोधित किया और हमास को बंधकों को रिहा करने की चेतावनी दी। नेतन्याहू ने कहा कि आप हमारे लोगों को आने दीजिए। अगर ऐसा न हुआ तो हम हमास को ढूढ़ निकालेंगे और मारेंगे।
फिलिस्तीन को मान्यता देने वालों पर बरसे
नेतन्याहू ने ईरान पर एक आतंकवादी धुरी का नेतृत्व करने का आरोप लगाया, जिसमें हूती, हिजबुल्लाह और हमास शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इजरायल ने इन समूहों के नेताओं को सफलतापूर्वक निशाना बनाया है और गाजा में बंधकों को सीधे संबोधित किया है। इस दौरान नेतन्याहू ने उन देशों की आलोचना की, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान फिलिस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता देने की घोषणा की है। नेतन्याहू ने फ्रांस, ब्रिटेन और दूसरे देशों पर 'इजरायल का समर्थन करने के बजाय बुराई का तुष्टिकरण' करने का आरोप लगाया।
You may also like
घर में शंख रखने के चौंकाने वाले फायदे, वास्तु के ये रहस्य जान लें!
Power and Sexual Abuse : Jeffrey Epstein मामले में अब तक के सबसे बड़े नाम सामने, दुनिया रह गई हैरान
घर में पैसा और सुख लाने के लिए आज ही करें ये वास्तु उपाय!
भारत बनाम पाकिस्तान एशिया कप 2025 फाइनल मैच अब सिनेमाघरों में भी देख पाएंगे फैंस, पढ़ें बड़ी खबर
IRCTC नहीं चलाता वंदे भारत! जानिए किसके हाथ में है पूरी कमान