इस्लामाबाद: पाकिस्तान के लिए अजरबैजान ने एक बार फिर प्यार दिखाया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को समर्थन देने वाले अजरबैजान ने असीम मुनीर को विशेष पदक देकर सम्मानित किया है। अजरबैजान केफर्स्ट डिप्टी मिनिस्टर और जनरल स्टाफ प्रमुख कर्नल जनरल करीम वलियेव ने पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर को द्विपक्षीय सैन्य सहयोग में योगदान के लिए अपने देश का प्रतिष्ठित 'देशभक्ति युद्ध पदक' दिया है। राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव की ओर से वलियेव ने मुनीर को यह पदक दिया है। पाक सेना की मीडिया विंग की ओर से बुधवार को जारी बयान में यह जानकारी दी गई है।
पाक आर्मी की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के बयान के अनुसार, अजरबैजान के शीर्ष कमांडर वलियेव ने आपसी हितों के मामलों पर चर्चा के लिए रावलपिंडी स्थित जनरल हेडक्वार्टर (जीएचक्यू) में सैयद असीम मुनीर से मुलाकात की। बैठक के दौरान दोनों सैन्य नेताओं ने मौजूदा वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा परिवेश पर ध्यान केंद्रित करते हुए आपसी हितों के मामलों पर चर्चा की।
पाक सेना की तारीफों के बांधे पुलअजरबैजान के जनरल वलियेव नेपाकिस्तानी सेना की जमकर तारीफ की। 7 से 10 मई तक भारत के साथ हुए संघर्ष में पाकिस्तान को हुए नुकसान के छुपाते हुए वलियेव ने कहा कि पाक आर्मी ने इस दौरान बेहतरीन काम किया। असीम मुनीर ने मरका-ए-हक (भारत के साथ संघर्ष) के दौरान पाकिस्तान के लोगों के साथ खड़े रहने और स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए अजरबैजान के नेतृत्व का धन्यवाद दिया।
अजरबैजान की ओर से पाकिस्तान के लिए लगातार प्रेम का प्रदर्शन किया जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अजरबैजान और तुर्की खुलकर पाकिस्तान के समर्थन में आए थे। अजरबैजान के पाकिस्तान के साथ जुड़ने की वजह उसका आर्मेनिया से संघर्ष भी रहा है। आर्मेनिया को भारत से हथियार मिल रहे हैं। दूसरी ओर अजरबैजान को तुर्की और पाक से मदद मिलती है।
पाक आर्मी की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के बयान के अनुसार, अजरबैजान के शीर्ष कमांडर वलियेव ने आपसी हितों के मामलों पर चर्चा के लिए रावलपिंडी स्थित जनरल हेडक्वार्टर (जीएचक्यू) में सैयद असीम मुनीर से मुलाकात की। बैठक के दौरान दोनों सैन्य नेताओं ने मौजूदा वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा परिवेश पर ध्यान केंद्रित करते हुए आपसी हितों के मामलों पर चर्चा की।
पाक सेना की तारीफों के बांधे पुलअजरबैजान के जनरल वलियेव नेपाकिस्तानी सेना की जमकर तारीफ की। 7 से 10 मई तक भारत के साथ हुए संघर्ष में पाकिस्तान को हुए नुकसान के छुपाते हुए वलियेव ने कहा कि पाक आर्मी ने इस दौरान बेहतरीन काम किया। असीम मुनीर ने मरका-ए-हक (भारत के साथ संघर्ष) के दौरान पाकिस्तान के लोगों के साथ खड़े रहने और स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए अजरबैजान के नेतृत्व का धन्यवाद दिया।
अजरबैजान की ओर से पाकिस्तान के लिए लगातार प्रेम का प्रदर्शन किया जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अजरबैजान और तुर्की खुलकर पाकिस्तान के समर्थन में आए थे। अजरबैजान के पाकिस्तान के साथ जुड़ने की वजह उसका आर्मेनिया से संघर्ष भी रहा है। आर्मेनिया को भारत से हथियार मिल रहे हैं। दूसरी ओर अजरबैजान को तुर्की और पाक से मदद मिलती है।
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