अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रिटायर्ड AE की घर में घुसकर हत्या कर दी गई है। मृतक की पहचान 68 वर्षीय अरुण कुमार मिश्रा के रूप में हुई है। हत्या का आरोप घर पर काम करने वाली नौकरानी के पति मनोज पांडेय पर है, मनोज पांडेय सिक्यॉरिटी गार्ड का काम करता है। फिलहाल मड़ियांव पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने पत्नी से अवैध संबंध की शंका के चलते इस वारदात को अंजाम दे दिया है।
दरअसल राजधानी के मड़ियांव क्षेत्र के केशव नगर स्थित मंगलवार को पीडब्ल्यूडी के सेवानिवृत्त अवर अभियंता (AE) अरुण कुमार मिश्रा (68) की उनके ही घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद सामने आया कि घर पर काम करने वाली नौकरानी रामादेवी के पति मनोज पांडेय ने दुनाली लाइसेंसी बंदूक से अरुण मिश्रा पर गोली चला दी थी। गोली उनके सीने के आर-पार हो गई थी। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। वारदात के बाद आरोपी मनोज मौके से फरार हो गया था। हालांकि बुधवार को सुबह आरोपी मनोज को आईआईएम रोड से गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं पुलिस ने मृतक के भतीजे नितिन मिश्रा की तहरीर पर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था। मृतक अरुण मिश्रा पीडब्ल्यूडी कानपुर से AE के पद से रिटायर हुए थे और दिलकश विहार सरस्वती निकुंज कॉलोनी में अकेले रहते थे। नौकरानी रामादेवी ने पुलिस को बताया कि उसका पति मनोज गार्ड की नौकरी करता है और मकान निर्माण को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था। मंगलवार सुबह मनोज घर पहुंचा, जहां कहासुनी के दौरान अरुण ने बीच-बचाव करने की कोशिश की। इसी दौरान मनोज ने गोली चला दी थी।
उधर मृतक के भतीजे नितिन मिश्रा ने बताया कि उन्हें दोपहर में फोन से सूचना मिली कि चाचा को गोली लगी है। मौके पर पहुंचे तो चाचा का शव घर के बाहरी कमरे में खून से लथपथ पड़ा मिला था। बताया गया कि अरुण का बेटा अमेरिका में नौकरी करता है। जबकि उनकी पत्नी शिक्षिक रही हैं, वो भी रिटायर हो चुकी है और सीतापुर में रहती है।
अरुण कई वर्षों से लखनऊ के दिलकश नगर स्थित मकान में अकेले रह रहे थे। जांच में समाने आया कि आरोपी मनोज पांडेय मूलरूप से लखीमपुर के शारदा नगर सलनापुर गांव का निवासी है और फिलहाल बख्शी का तालाब क्षेत्र में रह रहा था। वह अरुण कुमार मिश्रा के मकान पर काम करती थी।
दरअसल राजधानी के मड़ियांव क्षेत्र के केशव नगर स्थित मंगलवार को पीडब्ल्यूडी के सेवानिवृत्त अवर अभियंता (AE) अरुण कुमार मिश्रा (68) की उनके ही घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद सामने आया कि घर पर काम करने वाली नौकरानी रामादेवी के पति मनोज पांडेय ने दुनाली लाइसेंसी बंदूक से अरुण मिश्रा पर गोली चला दी थी। गोली उनके सीने के आर-पार हो गई थी। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। वारदात के बाद आरोपी मनोज मौके से फरार हो गया था। हालांकि बुधवार को सुबह आरोपी मनोज को आईआईएम रोड से गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं पुलिस ने मृतक के भतीजे नितिन मिश्रा की तहरीर पर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था। मृतक अरुण मिश्रा पीडब्ल्यूडी कानपुर से AE के पद से रिटायर हुए थे और दिलकश विहार सरस्वती निकुंज कॉलोनी में अकेले रहते थे। नौकरानी रामादेवी ने पुलिस को बताया कि उसका पति मनोज गार्ड की नौकरी करता है और मकान निर्माण को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था। मंगलवार सुबह मनोज घर पहुंचा, जहां कहासुनी के दौरान अरुण ने बीच-बचाव करने की कोशिश की। इसी दौरान मनोज ने गोली चला दी थी।
उधर मृतक के भतीजे नितिन मिश्रा ने बताया कि उन्हें दोपहर में फोन से सूचना मिली कि चाचा को गोली लगी है। मौके पर पहुंचे तो चाचा का शव घर के बाहरी कमरे में खून से लथपथ पड़ा मिला था। बताया गया कि अरुण का बेटा अमेरिका में नौकरी करता है। जबकि उनकी पत्नी शिक्षिक रही हैं, वो भी रिटायर हो चुकी है और सीतापुर में रहती है।
अरुण कई वर्षों से लखनऊ के दिलकश नगर स्थित मकान में अकेले रह रहे थे। जांच में समाने आया कि आरोपी मनोज पांडेय मूलरूप से लखीमपुर के शारदा नगर सलनापुर गांव का निवासी है और फिलहाल बख्शी का तालाब क्षेत्र में रह रहा था। वह अरुण कुमार मिश्रा के मकान पर काम करती थी।
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