इंदौर: राजा रघुवंशी हनीमून मामले की परतें धीरे-धीरे खुलती जा रही हैं। इस हाई-प्रोफाइल केस की जांच कर रही शिलांग पुलिस की एसआईटी टीम एक बार फिर इंदौर पहुंची है। शनिवार देर रात टीम ने इंदौर क्राइम ब्रांच के सहयोग से महालक्ष्मी नगर स्थित शिलोम जेम्स के ससुराल में तलाशी ली।
करीब आधे घंटे तक चले इस सर्च ऑपरेशन में पुलिस अधिकारियों ने घर के विभिन्न हिस्सों में छानबीन की। टीम को शक है कि राजा की जान लेने के बाद फरार हुई सोनम का लैपटॉप और गायब ज्वेलरी इसी घर में या इससे जुड़े किसी स्थान पर छिपाई गई हो। सूत्रों के मुताबिक शिलोम जेम्स को पुलिस उसे रतलाम लेकर जाएगी, जहां उसके घर की तलाशी ली जाएगी।
ससुराल में की गई छानबीन
पुलिस जब महालक्ष्मी नगर स्थित फ्लैट पर पहुंची, उस समय शिलोम की पत्नी और सास-ससुर घर में मौजूद थे। तलाशी के दौरान टीम ने कई दस्तावेजों की जांच की । इसके बाद शिलोम को अपने साथ क्राइम ब्रांच थाने ले जाया गया।
यहां छिपाने का किया दावा
सूत्रों के मुताबिक शिलोम ने पूछताछ में यह कबूल किया है कि सोनम के काले बैग से गायब गहने और लैपटॉप उसने रतलाम स्थित अपने घर में छिपा दिए थे। इससे पहले उसने इंदौर में बयान दिया था कि इन सामानों को इंडस्ट्री हाउस के पास नाले में फेंक दिया गया था, जहां से एफएसएल टीम ने एक थैली में बंद पिस्टल बरामद की थी।
हत्या के बाद फ्लैट में छिपी थी सोनम
राजा रघुवंशी की जान लेने के बाद सोनम इंदौर में उस फ्लैट में रुकी थी, जिसे शिलोम ने विशाल चौहान के नाम पर किराए पर दिलवाया था। यह फ्लैट लोकेंद्र सिंह तोमर की बिल्डिंग में था, जिसे शिलोम ने लीज पर लिया था। सोनम यहां से एक बैग छोड़कर फरार हो गई थी। शिलोम ने पूछताछ में बताया कि उसे जब घटना की जानकारी मिली, तब उसने फ्लैट मालिक लोकेंद्र को इस बारे में बताया। लोकेंद्र ने इंदौर आकर बैग से पिस्टल और पैसे निकालकर वापस ले गया, जबकि बैग को जलाने का जिम्मा शिलोम ने संभाला। चौकीदार बलवीर अहिरवार ने इसमें उसकी मदद की।
सबूत मिटाने वाले तीन पकड़ाए
इस पूरे मामले में पुलिस ने लोकेंद्र सिंह, शिलोम जेम्स और बलवीर अहिरवार को सबूत मिटाने और छेड़छाड़ करने के मामले में पकड़ लिया गया है। तीनों को शिलांग कोर्ट में पेश कर छह दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। अब एसआईटी की नजर शिलोम के रतलाम स्थित घर पर है, जहां से गहनों और लैपटॉप की बरामदगी की संभावना जताई जा रही है।
करीब आधे घंटे तक चले इस सर्च ऑपरेशन में पुलिस अधिकारियों ने घर के विभिन्न हिस्सों में छानबीन की। टीम को शक है कि राजा की जान लेने के बाद फरार हुई सोनम का लैपटॉप और गायब ज्वेलरी इसी घर में या इससे जुड़े किसी स्थान पर छिपाई गई हो। सूत्रों के मुताबिक शिलोम जेम्स को पुलिस उसे रतलाम लेकर जाएगी, जहां उसके घर की तलाशी ली जाएगी।
ससुराल में की गई छानबीन
पुलिस जब महालक्ष्मी नगर स्थित फ्लैट पर पहुंची, उस समय शिलोम की पत्नी और सास-ससुर घर में मौजूद थे। तलाशी के दौरान टीम ने कई दस्तावेजों की जांच की । इसके बाद शिलोम को अपने साथ क्राइम ब्रांच थाने ले जाया गया।
यहां छिपाने का किया दावा
सूत्रों के मुताबिक शिलोम ने पूछताछ में यह कबूल किया है कि सोनम के काले बैग से गायब गहने और लैपटॉप उसने रतलाम स्थित अपने घर में छिपा दिए थे। इससे पहले उसने इंदौर में बयान दिया था कि इन सामानों को इंडस्ट्री हाउस के पास नाले में फेंक दिया गया था, जहां से एफएसएल टीम ने एक थैली में बंद पिस्टल बरामद की थी।
हत्या के बाद फ्लैट में छिपी थी सोनम
राजा रघुवंशी की जान लेने के बाद सोनम इंदौर में उस फ्लैट में रुकी थी, जिसे शिलोम ने विशाल चौहान के नाम पर किराए पर दिलवाया था। यह फ्लैट लोकेंद्र सिंह तोमर की बिल्डिंग में था, जिसे शिलोम ने लीज पर लिया था। सोनम यहां से एक बैग छोड़कर फरार हो गई थी। शिलोम ने पूछताछ में बताया कि उसे जब घटना की जानकारी मिली, तब उसने फ्लैट मालिक लोकेंद्र को इस बारे में बताया। लोकेंद्र ने इंदौर आकर बैग से पिस्टल और पैसे निकालकर वापस ले गया, जबकि बैग को जलाने का जिम्मा शिलोम ने संभाला। चौकीदार बलवीर अहिरवार ने इसमें उसकी मदद की।
सबूत मिटाने वाले तीन पकड़ाए
इस पूरे मामले में पुलिस ने लोकेंद्र सिंह, शिलोम जेम्स और बलवीर अहिरवार को सबूत मिटाने और छेड़छाड़ करने के मामले में पकड़ लिया गया है। तीनों को शिलांग कोर्ट में पेश कर छह दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। अब एसआईटी की नजर शिलोम के रतलाम स्थित घर पर है, जहां से गहनों और लैपटॉप की बरामदगी की संभावना जताई जा रही है।
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