रांची: झारखंड की राजधानी रांची में चाइनीज स्ट्रीट फूड का स्वाद लेने वालों को अब सतर्क रहने की जरूरत है। हाल ही में खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली सॉस और विनेगर की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। जांच में सामने आया कि रांची में स्ट्रीट फूड से लेकर रेस्टोरेंट और बार तक में बड़ी मात्रा में नकली सॉस का उपयोग हो रहा है, जो लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
4000 लीटर नकली सॉस और 1000 लीटर नकली विनेगर जब्त
रांची स्थित कमड़े के अपर टोला इलाके में छापेमारी कर खाद्य सुरक्षा विभाग ने करीब 4000 लीटर नकली सॉस और 1000 लीटर नकली विनेगर जब्त किया। इतनी बड़ी मात्रा में नकली उत्पाद मिलने से विभाग भी हैरान है। बताया जा रहा है कि यह सॉस रांची के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद होटलों, स्ट्रीट फूड स्टॉल्स और अन्य खाद्य प्रतिष्ठानों में आपूर्ति की जा रही थी।
बिना लाइसेंस और मानकों के विरुद्ध उत्पादन
छापेमारी के दौरान यह पाया गया कि फैक्ट्री के पास न तो वैध लाइसेंस था और न ही वह खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन कर रही थी। गंदगी और अव्यवस्था के बीच खाद्य उत्पाद तैयार किए जा रहे थे। नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं, और रिपोर्ट आने के बाद संबंधित व्यक्तियों पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लोग अनजाने में कर रहे हैं 'लाल ज़हर' का सेवन
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी सुबीर रंजन के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी में स्पष्ट हुआ कि आम लोग नकली सॉस का सेवन कर अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यह नकली टमाटर सॉस असल में 'लाल ज़हर' जैसा है, जो दीर्घकालिक रूप से गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
सख्त कार्रवाई की तैयारी
फिलहाल फैक्ट्री संचालकों की पहचान की जा रही है, ताकि उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू की जा सके। इसके अलावा, बिना लाइसेंस और गंदगी भरे हालात में खाद्य उत्पादन करने वालों पर भी अलग से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस पूरी कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के साथ रातु थाना पुलिस की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
4000 लीटर नकली सॉस और 1000 लीटर नकली विनेगर जब्त
रांची स्थित कमड़े के अपर टोला इलाके में छापेमारी कर खाद्य सुरक्षा विभाग ने करीब 4000 लीटर नकली सॉस और 1000 लीटर नकली विनेगर जब्त किया। इतनी बड़ी मात्रा में नकली उत्पाद मिलने से विभाग भी हैरान है। बताया जा रहा है कि यह सॉस रांची के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद होटलों, स्ट्रीट फूड स्टॉल्स और अन्य खाद्य प्रतिष्ठानों में आपूर्ति की जा रही थी।
बिना लाइसेंस और मानकों के विरुद्ध उत्पादन
छापेमारी के दौरान यह पाया गया कि फैक्ट्री के पास न तो वैध लाइसेंस था और न ही वह खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन कर रही थी। गंदगी और अव्यवस्था के बीच खाद्य उत्पाद तैयार किए जा रहे थे। नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं, और रिपोर्ट आने के बाद संबंधित व्यक्तियों पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लोग अनजाने में कर रहे हैं 'लाल ज़हर' का सेवन
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी सुबीर रंजन के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी में स्पष्ट हुआ कि आम लोग नकली सॉस का सेवन कर अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यह नकली टमाटर सॉस असल में 'लाल ज़हर' जैसा है, जो दीर्घकालिक रूप से गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
सख्त कार्रवाई की तैयारी
फिलहाल फैक्ट्री संचालकों की पहचान की जा रही है, ताकि उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू की जा सके। इसके अलावा, बिना लाइसेंस और गंदगी भरे हालात में खाद्य उत्पादन करने वालों पर भी अलग से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस पूरी कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के साथ रातु थाना पुलिस की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।