सीतामढ़ी: सीट टू सीट मार्किंग कर चल रही है। एनडीए ने एक बड़ी बाजी सीतामढ़ी के 8 विधानसभा सीटों के जीतने हेतु खेल डाली है। एनडीए रणनीतिकारों का इरादा 8 टू 6 को अब 8 टू 8 के जीत के समीकरण में बदलना है। इसके लिए सियासी रस्साकशी शुरू कर दी गई है। बिहार की सियासी राजनीति पर बिछी उस बिसात को समझने से पहले कुछ और बातों को समझना होगा। उसके बाद स्पष्ट हो जाएगा कि एनडीए किसी जिले की सभी विधानसभा सीटों पर जीत के लिए क्या कर रही है?
सीतामढ़ी की आठ सीट
वर्ष 2025 के चुनावी जंग में सीतामढ़ी एनडीए के लिए काफी उर्वर जमीन है। जाहिर है चुनावी मौसम में हर विधानसभा क्षेत्र को काम के बदौलत हासिल करने की पूरी प्लानिंग की जा रही है। सीतामढ़ी की 8 विधानसभा सीटों के लिए बीजेपी का प्लान पुनौरा धाम तुरुप का एक पत्ता साबित हो सकता है। राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सीतामढ़ी में माँ सीता की जन्मस्थली, पुनौरा धाम के समग्र विकास की रूपरेखा रख कर अपनी बाजी तो खेल दी है। क्या क्या होगा पुनौरा धाम में समग्र विकास हेतु 882.,87 करोड़ (आठ सौ बेरासी करोड़ सतासी लाख) रुपये मात्र की प्रशासनिक स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है।
सरकार की पूरी प्लानिंग
सीता मंदिर और उसके आसपास लगभग 67 एकड़ भूमि में नया तीर्थ क्षेत्र विकसित होने से बिहार में धार्मिक पर्यटन तेजी से बढ़ेगा और इसमें हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। जानकी मंदिर, पुनौरा धाम की वर्तमान संरचना के उन्नयन हेतु 137.34 करोड़ (एक सौ सैंतीस करोड चौतीस लाख) रुपये तथा योजना के क्रियान्वयन के उपरांत दस वर्षों के लिए सृजित परिसंपत्तियों की मरम्मति, प्रबंधन एवं रख-रखाव से संबंधित कार्य हेतु 16.62 करोड़ (सोलह करोड़ बासठ लाख) रूपये की स्वीकृति दी गई।
क्या है 8 टू 8 ?
सीतामढ़ी जिला में कुल 8 विधानसभा सीटें हैं। गत चुनाव 2020 में एनडीए को 8 में से कुल 6 सीटें हासिल हुई थी। इनमें रीगा, परिसर, सीतामढ़ी और बथनाहा विधानसभा की सीटें बीजेपी ने जीती थीं। जदयू के खाते में दो सीटें सुरसंड और रुन्नी सैदपुर में जीत मिली थी। एनडीए की हार बेलसंड और बाजपट्टी में हुई थी। बेलसंड में राजद के संजय गुप्ता ने जदयू की सुनीता सिंह चौहान को हराया था। बाजपट्टी में राजद के मुकेश यादव ने जदयू की उम्मीदवार रंजू गीता को हरा कर जीता था। इस बार एनडीए विशेष निशान वाले बाजपट्टी और बेलसंड विधानसभा क्षेत्र पर जीत हासिल कर मिशन 8 टू 8 को पूरा करेगी।
सीतामढ़ी की आठ सीट
वर्ष 2025 के चुनावी जंग में सीतामढ़ी एनडीए के लिए काफी उर्वर जमीन है। जाहिर है चुनावी मौसम में हर विधानसभा क्षेत्र को काम के बदौलत हासिल करने की पूरी प्लानिंग की जा रही है। सीतामढ़ी की 8 विधानसभा सीटों के लिए बीजेपी का प्लान पुनौरा धाम तुरुप का एक पत्ता साबित हो सकता है। राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सीतामढ़ी में माँ सीता की जन्मस्थली, पुनौरा धाम के समग्र विकास की रूपरेखा रख कर अपनी बाजी तो खेल दी है। क्या क्या होगा पुनौरा धाम में समग्र विकास हेतु 882.,87 करोड़ (आठ सौ बेरासी करोड़ सतासी लाख) रुपये मात्र की प्रशासनिक स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है।
सरकार की पूरी प्लानिंग
सीता मंदिर और उसके आसपास लगभग 67 एकड़ भूमि में नया तीर्थ क्षेत्र विकसित होने से बिहार में धार्मिक पर्यटन तेजी से बढ़ेगा और इसमें हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। जानकी मंदिर, पुनौरा धाम की वर्तमान संरचना के उन्नयन हेतु 137.34 करोड़ (एक सौ सैंतीस करोड चौतीस लाख) रुपये तथा योजना के क्रियान्वयन के उपरांत दस वर्षों के लिए सृजित परिसंपत्तियों की मरम्मति, प्रबंधन एवं रख-रखाव से संबंधित कार्य हेतु 16.62 करोड़ (सोलह करोड़ बासठ लाख) रूपये की स्वीकृति दी गई।
क्या है 8 टू 8 ?
सीतामढ़ी जिला में कुल 8 विधानसभा सीटें हैं। गत चुनाव 2020 में एनडीए को 8 में से कुल 6 सीटें हासिल हुई थी। इनमें रीगा, परिसर, सीतामढ़ी और बथनाहा विधानसभा की सीटें बीजेपी ने जीती थीं। जदयू के खाते में दो सीटें सुरसंड और रुन्नी सैदपुर में जीत मिली थी। एनडीए की हार बेलसंड और बाजपट्टी में हुई थी। बेलसंड में राजद के संजय गुप्ता ने जदयू की सुनीता सिंह चौहान को हराया था। बाजपट्टी में राजद के मुकेश यादव ने जदयू की उम्मीदवार रंजू गीता को हरा कर जीता था। इस बार एनडीए विशेष निशान वाले बाजपट्टी और बेलसंड विधानसभा क्षेत्र पर जीत हासिल कर मिशन 8 टू 8 को पूरा करेगी।
You may also like
क्या आप जानते हैं 5 जुलाई को जन्मे इन सितारों के बारे में? जानें गीता कपूर, जावेद अली और जायद खान की कहानी!
हंगामेदार होगा संसद का मॉनसून सत्र! कांग्रेस चाहती है सरकार भारत-चीन संबंधों पर करे चर्चा
क्या है मोहित सूरी की नई फिल्म 'सैयारा' का संगीत, जानें पहली 'आशिकी' से प्रेरणा की कहानी!
Barwani: जिला पंचायत अध्यक्ष ने नल जल योजना को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा, फेल बताते हुए कटघरे में खड़ा किया
सुप्रीम कोर्ट ने अप्रवासियों को अमेरिका से दक्षिण सूडान भेजने का रास्ता साफ किया