गाजियाबाद: गाजियाबाद में हिंदू रक्षा दल समेत कई संगठनों की तरफ से अजब हंगामा देखने को मिला। यहाँ इन दलों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने वसुंधरा में स्थित KFC के आउटलेट पर जाकर जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि जिला प्रशासन ने कांवड़ रूट पर मांस की दुकानों को बंद करने के निर्देश दे दिए हैं। बावजूद इसके KFC ने अपने आउटलेट खोले हुए हैं और यहां पर नॉनवेज की बिक्री हो रही है। हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने न केवल जबरन केएफसी आउटलेट का शटर गिरा दिया बल्कि वहां मौजूद कर्मचारियों से अभद्रता करते हुए जमकर नारेबाजी की।
ये गुंडागर्दी करने वाले लोग एक संगठन के सदस्य हैं। इस संगठन का नेता भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी है। पिंकी चौधरी पर दिल्ली-NCR में दो दर्जन से ज्यादा FIR दर्ज हैं। इन लोगों ने गाजियाबाद के दो रेस्टोरेंट को निशाना बनाया। इनमें से एक KFC का आउटलेट था और दूसरा नज़ीर नाम का रेस्टोरेंट था। धमकी और हंगामे के बाद KFC वालों ने डर के मारे एक नोटिस लगा दिया, जिस पर लिखा था- 'हम सिर्फ वेज खाना परोस रहे हैं।'
नॉनवेज पर पिंकी चौधरी की धमकी
पिंकी चौधरी ने कहा कि वे 'कांवड़ यात्रा' के दौरान किसी भी रेस्टोरेंट में नॉन-वेज खाना नहीं परोसने देंगे। लेकिन, उन्होंने ये भी कहा कि अगर रेस्टोरेंट वाले सिर्फ वेज खाना परोसने को तैयार हो जाते हैं, तो वे उन्हें खुले रहने देंगे। KFC की मैनेजर निकिता राणा ने बताया कि गुरुवार की सुबह 11:30 बजे के आसपास घटना होने के बाद उन्होंने रेस्टोरेंट बंद कर दिया था। फिर, शाम 4 बजे उन्होंने रेस्टोरेंट खोला, लेकिन मेनू में सिर्फ वेज खाना ही रखा। उन्होंने कहा, 'इससे ग्राहकों की संख्या 70% से ज्यादा घट गई, क्योंकि KFC में ज्यादातर चिकन से बने आइटम ही मिलते हैं।'
नज़ीर रेस्टोरेंट में भी मचाया हंगामा
नज़ीर रेस्टोरेंट के मैनेजर महेश कुमार बघेल ने बताया कि 100 से ज्यादा लोग उनके रेस्टोरेंट में घुस आए और स्टाफ को परेशान करने लगे। वे पूछ रहे थे कि ग्राहकों को नॉन-वेज खाना क्यों परोसा जा रहा है।बघेल ने कहा, 'हमने पुलिस को बुलाया और उन्हें मीट की बिक्री पर सरकार के नियमों के बारे में समझाने की कोशिश की। हमने उन्हें बताया कि हम खुले में कुछ नहीं बेच रहे हैं और हम एक नामी रेस्टोरेंट चेन हैं। स्टाफ ने उन्हें यह भी दिखाया कि हम साफ-सफाई के सभी नियमों का पालन करते हैं। लेकिन, उन्होंने कुछ नहीं सुना। नज़ीर एक नॉन-वेज फूड आउटलेट है और हमारे ग्राहक यहां उसी के लिए आते हैं। विरोध के कारण, दुकान पांच घंटे से ज्यादा समय तक बंद रही।'
बघेल ने आगे कहा कि उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है क्योंकि उनके किसी भी कर्मचारी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन, उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसी घटना दोबारा होती है जिससे उनके कारोबार में बाधा आती है, तो वे जरूर शिकायत करेंगे। शुक्रवार की सुबह कुछ ग्राहक KFC में चिकन ज़िंगर बर्गर खाने आए थे। जब उन्हें पता चला कि वो नहीं मिल रहा है, तो उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों है।TOI से बात करते हुए कई ग्राहकों ने कहा कि 'ये कैसी गुंडागर्दी है कि कोई और ये तय करेगा कि हम क्या खाएं।' उन्होंने सरकार से इस तरह की हरकतों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की।
नाराज ग्राहकों ने बताया गुंडागर्दी
राहुल कुमार नाम के एक BTech के छात्र ने कहा, 'ये रैंडम लोग कौन होते हैं जो ये तय करेंगे कि मैं क्या खाऊं? जब मैं यहां आया, तो मैंने गेट पर एक नोटिस देखा कि आउटलेट केवल वेज खाना परोस रहा है। जब मैंने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों है, तो स्टाफ के पास कोई जवाब नहीं था।'सौम्या बनर्जी नाम की एक महिला भी निराश होकर लौट गई। उन्होंने कहा, 'हर इंसान की अपनी पसंद होती है कि वो क्या खाए, और कोई भी इसे किसी दूसरे पर नहीं थोप सकता। मैं संस्कृति से जुड़ी हर भावना का सम्मान करती हूं, लेकिन दूसरे लोग मेरी खाने की पसंद में दखल नहीं दे सकते।'
कुणाल वर्मा नाम के एक स्थानीय निवासी ने कहा, 'ये जगह 'कांवड़ यात्रा' के रास्ते से काफी दूर है। लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए ऐसी चीजें करते हैं। वसुंधरा में हजारों लोग रहते हैं। अगर किसी को कोई दिक्कत है, तो वे पुलिस को बताएंगे।' उन्होंने पूछा कि सरकार के नियमों का पालन करने वाली दुकानों को इस तरह कैसे धमकाया जा सकता है।
ट्रांस-हिंडन के DCP निमिष पाटिल ने बताया कि गुरुवार को घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया था। उन्होंने कहा, 'हमें किसी भी आउटलेट से कोई शिकायत नहीं मिली। लेकिन, हमने खुद ही मामले को समझा और FIR दर्ज की। सड़क पर ट्रैफिक भी बाधित हो गया था। FIR इंदिरापुरम पुलिस स्टेशन में BNS की धारा 223 के तहत दर्ज की गई है। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें बनाई गई हैं। हम उनकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।'
मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया:
हिंदू संगठन के हंगामे का विडियो वायरल होने की सूचना मिलने उपनिरीक्षक अंकुर राठौर समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। उन्होंने हंगामा कर रहे लोगों को किसी प्रकार से शांत किया। एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ लेने और शांति भंग करने की अनुमति नहीं हैं। मामले की शिकायत उन्हें पुलिस से करनी चाहिए थी। मामले में तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही हैं।
पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड ने TOI को बताया कि वे पिंकी चौधरी के खिलाफ दर्ज मामलों को देखेंगे और कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे। सूत्रों ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस ने पिंकी चौधरी के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू कर दी थी, लेकिन उसके संगठन के सदस्यों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने के बाद प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।
ये गुंडागर्दी करने वाले लोग एक संगठन के सदस्य हैं। इस संगठन का नेता भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी है। पिंकी चौधरी पर दिल्ली-NCR में दो दर्जन से ज्यादा FIR दर्ज हैं। इन लोगों ने गाजियाबाद के दो रेस्टोरेंट को निशाना बनाया। इनमें से एक KFC का आउटलेट था और दूसरा नज़ीर नाम का रेस्टोरेंट था। धमकी और हंगामे के बाद KFC वालों ने डर के मारे एक नोटिस लगा दिया, जिस पर लिखा था- 'हम सिर्फ वेज खाना परोस रहे हैं।'
नॉनवेज पर पिंकी चौधरी की धमकी
पिंकी चौधरी ने कहा कि वे 'कांवड़ यात्रा' के दौरान किसी भी रेस्टोरेंट में नॉन-वेज खाना नहीं परोसने देंगे। लेकिन, उन्होंने ये भी कहा कि अगर रेस्टोरेंट वाले सिर्फ वेज खाना परोसने को तैयार हो जाते हैं, तो वे उन्हें खुले रहने देंगे। KFC की मैनेजर निकिता राणा ने बताया कि गुरुवार की सुबह 11:30 बजे के आसपास घटना होने के बाद उन्होंने रेस्टोरेंट बंद कर दिया था। फिर, शाम 4 बजे उन्होंने रेस्टोरेंट खोला, लेकिन मेनू में सिर्फ वेज खाना ही रखा। उन्होंने कहा, 'इससे ग्राहकों की संख्या 70% से ज्यादा घट गई, क्योंकि KFC में ज्यादातर चिकन से बने आइटम ही मिलते हैं।'
नज़ीर रेस्टोरेंट में भी मचाया हंगामा
नज़ीर रेस्टोरेंट के मैनेजर महेश कुमार बघेल ने बताया कि 100 से ज्यादा लोग उनके रेस्टोरेंट में घुस आए और स्टाफ को परेशान करने लगे। वे पूछ रहे थे कि ग्राहकों को नॉन-वेज खाना क्यों परोसा जा रहा है।बघेल ने कहा, 'हमने पुलिस को बुलाया और उन्हें मीट की बिक्री पर सरकार के नियमों के बारे में समझाने की कोशिश की। हमने उन्हें बताया कि हम खुले में कुछ नहीं बेच रहे हैं और हम एक नामी रेस्टोरेंट चेन हैं। स्टाफ ने उन्हें यह भी दिखाया कि हम साफ-सफाई के सभी नियमों का पालन करते हैं। लेकिन, उन्होंने कुछ नहीं सुना। नज़ीर एक नॉन-वेज फूड आउटलेट है और हमारे ग्राहक यहां उसी के लिए आते हैं। विरोध के कारण, दुकान पांच घंटे से ज्यादा समय तक बंद रही।'
बघेल ने आगे कहा कि उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है क्योंकि उनके किसी भी कर्मचारी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन, उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसी घटना दोबारा होती है जिससे उनके कारोबार में बाधा आती है, तो वे जरूर शिकायत करेंगे। शुक्रवार की सुबह कुछ ग्राहक KFC में चिकन ज़िंगर बर्गर खाने आए थे। जब उन्हें पता चला कि वो नहीं मिल रहा है, तो उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों है।TOI से बात करते हुए कई ग्राहकों ने कहा कि 'ये कैसी गुंडागर्दी है कि कोई और ये तय करेगा कि हम क्या खाएं।' उन्होंने सरकार से इस तरह की हरकतों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की।
नाराज ग्राहकों ने बताया गुंडागर्दी
राहुल कुमार नाम के एक BTech के छात्र ने कहा, 'ये रैंडम लोग कौन होते हैं जो ये तय करेंगे कि मैं क्या खाऊं? जब मैं यहां आया, तो मैंने गेट पर एक नोटिस देखा कि आउटलेट केवल वेज खाना परोस रहा है। जब मैंने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों है, तो स्टाफ के पास कोई जवाब नहीं था।'सौम्या बनर्जी नाम की एक महिला भी निराश होकर लौट गई। उन्होंने कहा, 'हर इंसान की अपनी पसंद होती है कि वो क्या खाए, और कोई भी इसे किसी दूसरे पर नहीं थोप सकता। मैं संस्कृति से जुड़ी हर भावना का सम्मान करती हूं, लेकिन दूसरे लोग मेरी खाने की पसंद में दखल नहीं दे सकते।'
कुणाल वर्मा नाम के एक स्थानीय निवासी ने कहा, 'ये जगह 'कांवड़ यात्रा' के रास्ते से काफी दूर है। लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए ऐसी चीजें करते हैं। वसुंधरा में हजारों लोग रहते हैं। अगर किसी को कोई दिक्कत है, तो वे पुलिस को बताएंगे।' उन्होंने पूछा कि सरकार के नियमों का पालन करने वाली दुकानों को इस तरह कैसे धमकाया जा सकता है।
ट्रांस-हिंडन के DCP निमिष पाटिल ने बताया कि गुरुवार को घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया था। उन्होंने कहा, 'हमें किसी भी आउटलेट से कोई शिकायत नहीं मिली। लेकिन, हमने खुद ही मामले को समझा और FIR दर्ज की। सड़क पर ट्रैफिक भी बाधित हो गया था। FIR इंदिरापुरम पुलिस स्टेशन में BNS की धारा 223 के तहत दर्ज की गई है। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें बनाई गई हैं। हम उनकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।'
मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया:
हिंदू संगठन के हंगामे का विडियो वायरल होने की सूचना मिलने उपनिरीक्षक अंकुर राठौर समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। उन्होंने हंगामा कर रहे लोगों को किसी प्रकार से शांत किया। एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ लेने और शांति भंग करने की अनुमति नहीं हैं। मामले की शिकायत उन्हें पुलिस से करनी चाहिए थी। मामले में तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही हैं।
पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड ने TOI को बताया कि वे पिंकी चौधरी के खिलाफ दर्ज मामलों को देखेंगे और कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे। सूत्रों ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस ने पिंकी चौधरी के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू कर दी थी, लेकिन उसके संगठन के सदस्यों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने के बाद प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।
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