फरीदाबाद : हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस में कार्यरत 23 वर्षीय सिपाही प्रियांशु सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। उन्हें ऑल इंडिया में 13वीं रैंक हासिल हुई है। पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता ने प्रियांशु की इस सफलता पर बधाई दी है। खास बात ये है कि अपनी ट्रेनिंग के दौरान ही उन्होंने इसकी तैयारी की थी। प्रियांशु 24 अक्तूबर 2024 में हरियाणा पुलिस में फरीदाबाद में भर्ती हुए थे। प्रियांशु मूल रूप से सोनीपत जिले के गोहाना के गांव गढ़ी उजाला के रहने वाले हैं। उनके पिता रोशन लाल सोनीपत में लेबर इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। प्रियांशु की मां सुखविंदर हाउस वाइफ हैं।
हरियाणा पुलिस का नाम रोशन किया
पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि फरीदबाद पुलिस के सिपाही प्रियांशु ने अपनी लगन और मेहनत से यूपीएससी की ओर से आयोजित सीडीएस परीक्षा में ऑल इंडिया 13वीं रैंक हासिल की है। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होकर उन्होंने हरियाणा पुलिस का नाम रोशन किया है। उन्होंने साल 2023 में ग्रेजुएशन की थी। उसी के साथ ही सीडीएस की तैयारी करने में जुटे थे। प्रियांशु की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे हरियाणा पुलिस विभाग का मान बढ़ाया है।
मेहनत और ईमानदारी से पाई सपळता
उन्होंने कहा कि उनकी सफलता इस बात का उदाहरण है कि दृढ़ संकल्प और अनुशासन के साथ किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। वहीं प्रियांशु के साथियों और वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि वो हमेशा से मेहनती, ईमानदार और जिम्मेदार कर्मी रहे हैं। ड्यूटी के दौरान भी उन्होंने पढ़ाई और तैयारी में निरंतरता बनाए रखी। उनकी कहानी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है कि सरकारी सेवा में रहते हुए भी उच्च लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है। पुलिस विभाग ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
हरियाणा पुलिस का नाम रोशन किया
पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि फरीदबाद पुलिस के सिपाही प्रियांशु ने अपनी लगन और मेहनत से यूपीएससी की ओर से आयोजित सीडीएस परीक्षा में ऑल इंडिया 13वीं रैंक हासिल की है। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होकर उन्होंने हरियाणा पुलिस का नाम रोशन किया है। उन्होंने साल 2023 में ग्रेजुएशन की थी। उसी के साथ ही सीडीएस की तैयारी करने में जुटे थे। प्रियांशु की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे हरियाणा पुलिस विभाग का मान बढ़ाया है।
मेहनत और ईमानदारी से पाई सपळता
उन्होंने कहा कि उनकी सफलता इस बात का उदाहरण है कि दृढ़ संकल्प और अनुशासन के साथ किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। वहीं प्रियांशु के साथियों और वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि वो हमेशा से मेहनती, ईमानदार और जिम्मेदार कर्मी रहे हैं। ड्यूटी के दौरान भी उन्होंने पढ़ाई और तैयारी में निरंतरता बनाए रखी। उनकी कहानी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है कि सरकारी सेवा में रहते हुए भी उच्च लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है। पुलिस विभाग ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
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