ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी, सोनभद्र: अंधेरी रात का सन्नाटा, गांव की खामोशी और अचानक चोर का घर में घुसना, ये कोई बॉलीवुड थ्रिलर नहीं, बल्कि सोनभद्र के थाना जूगैल क्षेत्र के ग्राम भरहरी की सच्ची कहानी है। चोर भैया राम पुत्र रामसेवक सोने की चेन और नकदी लूटने की नीयत से घर में घुसा, लेकिन ग्रामीणों की सतर्कता ने उसकी 'चोरी की रात' को हवालात की सजा में बदल दिया। रंगे हाथ पकड़े गए इस आरोपी की कहानी अब गांव में चर्चा का विषय बन गई हैं।
सोमवार देर रात करीब 1 बजे की बात है। गांव में हर तरफ गहरा सन्नाटा पसरा था। सीताराम पुत्र विदेशी अपने परिवार के साथ मीठी नींद में डूबे थे, तभी पिछली दीवार फांदकर घर में घुसा भैया राम मुंह पर कपड़ा बांधे, हाथ में टॉर्च थामे और आंखों में लालच की चमक थी। चुपके से अलमारी तक पहुंचा, ताला तोड़ने लगा। सोने की चेन और नकदी पर नजर पड़ते ही उसके हाथ बढ़े, लेकिन किस्मत ने धोखा दे दिया। सीताराम की नींद अचानक उचट गई। हल्की सी आहट सुनकर वे चिल्लाए, “चोर! चोर! पकड़ो साले को!”
बस, फिर तो गांव में हड़कंप मच गया। आसपास के घरों से ग्रामीण लाठी-डंडे, रस्सी और टॉर्च लेकर दौड़े चले आए। कोई चिल्लाया, इधर आया है, तो कोई बोला, घेर लो। भैया राम भागने की कोशिश में दरवाजे से टकराया, लड़खड़ाया और गिर पड़ा। ग्रामीणों ने उसे 'पकौड़े' की तरह दबोच लिया। मारो मत, पुलिस को सौंपो, किसी समझदार ने कहा। डायल-112 पर कॉल किया गया। मिनटों में पुलिस की पीआरवी जीप सायरन बजाती हुई मौके पर पहुंची। अभियुक्त को जंजीरों में जकड़कर थाना जुगैल ले जाया गया।
थाना प्रभारी ने हंसते हुए बताया कि ग्रामीणों ने चोर को ऐसा घेरा कि भागने का रास्ता ही भूल गया। ये उनकी सतर्कता की मिसाल है। पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को सम्मानित करने का ऐलान किया। अब गांव में नारा गूंज रहा है, ‘हमारा गांव, हमारी चौकीदारी।’
सोमवार देर रात करीब 1 बजे की बात है। गांव में हर तरफ गहरा सन्नाटा पसरा था। सीताराम पुत्र विदेशी अपने परिवार के साथ मीठी नींद में डूबे थे, तभी पिछली दीवार फांदकर घर में घुसा भैया राम मुंह पर कपड़ा बांधे, हाथ में टॉर्च थामे और आंखों में लालच की चमक थी। चुपके से अलमारी तक पहुंचा, ताला तोड़ने लगा। सोने की चेन और नकदी पर नजर पड़ते ही उसके हाथ बढ़े, लेकिन किस्मत ने धोखा दे दिया। सीताराम की नींद अचानक उचट गई। हल्की सी आहट सुनकर वे चिल्लाए, “चोर! चोर! पकड़ो साले को!”
बस, फिर तो गांव में हड़कंप मच गया। आसपास के घरों से ग्रामीण लाठी-डंडे, रस्सी और टॉर्च लेकर दौड़े चले आए। कोई चिल्लाया, इधर आया है, तो कोई बोला, घेर लो। भैया राम भागने की कोशिश में दरवाजे से टकराया, लड़खड़ाया और गिर पड़ा। ग्रामीणों ने उसे 'पकौड़े' की तरह दबोच लिया। मारो मत, पुलिस को सौंपो, किसी समझदार ने कहा। डायल-112 पर कॉल किया गया। मिनटों में पुलिस की पीआरवी जीप सायरन बजाती हुई मौके पर पहुंची। अभियुक्त को जंजीरों में जकड़कर थाना जुगैल ले जाया गया।
थाना प्रभारी ने हंसते हुए बताया कि ग्रामीणों ने चोर को ऐसा घेरा कि भागने का रास्ता ही भूल गया। ये उनकी सतर्कता की मिसाल है। पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को सम्मानित करने का ऐलान किया। अब गांव में नारा गूंज रहा है, ‘हमारा गांव, हमारी चौकीदारी।’
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