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Success Story: छोटे शहर से निकल खड़ा कर दिया हजारों करोड़ का साम्राज्य, कैसे खुला किस्मत का ताला?

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नई दिल्ली: हरियाणा के करनाल के एक साधारण परिवार में पले-बढ़े आशीष कुकरेजा ने बचपन के सपने को सच कर दिखाया है। उन्होंने सिर्फ 10 लाख रुपये से शुरुआत करके हजारों करोड़ रुपये का जीएमवी (ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू) प्रॉपर्टी वेंचर खड़ा किया है। पिता की कैंसर से मौत के बाद आशीष ने खुद को बिखरने नहीं दिया। उन्होंने बीकॉम और एमबीए की डिग्री हासिल की। फिर वित्तीय सेवा क्षेत्र में सात साल तक काम किया। 2011 में उन्होंने होम्सफाई (Homesfy) की शुरुआत की, जो रियल एस्टेट सेक्टर में वित्तीय सलाह देने वाली कंपनी है। होम्सफाई का मकसद प्रॉपर्टी खरीदने को उतना ही आसान बनाना है, जितना कि ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना या कैब बुक करना। आज, होम्सफाई रियल एस्टेट बिल्डरों और खरीदारों दोनों को सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी एनएसई इमर्ज पर लिस्टेड है। लोढ़ा, गोदरेज, प्रेस्टीज जैसे बड़े बिल्डरों के साथ काम करती है। आइए, यहां आशीष कुकरेजा की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।
साधारण परिवार में पले-बढ़े image

आशीष कुकरेजा की कहानी करनाल के एक साधारण परिवार से शुरू होती है। उनके पिता सरकारी नौकरी करते थे। जब वह पांचवीं कक्षा में थे, तब पिता को कैंसर हो गया। मां ने उनका इलाज कराने की पूरी कोशिश की। लेकिन, उन्हें बचा नहीं सकीं। यह मानसिक और आर्थिक रूप से बहुत मुश्किल समय था। आशीष के परिवार की बचत पिता के इलाज में खर्च हो गई। लेकिन, आशीष की मां ने एक स्कूल चलाकर परिवार को संभाला। वह LKG से कक्षा 6 तक के बच्चों को पढ़ाती थीं। स्कूल से ज्यादा पैसे नहीं मिलते थे। यह एक तीन मंजिला इमारत में था। स्कूल ग्राउंड फ्लोर और टॉप फ्लोर पर था। बीच वाले फ्लोर में परिवार रहता था।


पड़ोसी से मिला फॉर्मूला image

आशीष अपने पिता की देशभक्ति से प्रेरित थे। वह सेना में भर्ती होना चाहते थे। लेकिन, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। एक पड़ोसी ने उन्हें शेयर बाजार के बारे में बताया। इससे आशीष पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनके पड़ोसी के पास रिलायंस के शेयर थे। पड़ोसी ने बताया कि उन्होंने कैसे निवेश किया और इससे उन्हें कैसे मदद मिली। तब वह लगभग 10 या 11 साल के थे। उन्हें समझ में आया कि कोई भी छोटे से शुरुआत करके बड़ा बन सकता है। इससे जीवन के प्रति उनका नजरिया बदल गया।


बड़े पदों पर किया काम image

आशीष ने करनाल के सेंट टेरेसा कॉन्वेंट स्कूल (STCS) से कक्षा 12 की पढ़ाई पूरी की। फिर उन्होंने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से बीकॉम ऑनर्स (1999-2002) किया। वह आगे की पढ़ाई के लिए हैदराबाद चले गए। उन्होंने ICFAI से 2002 से 2004 के बीच फाइनेंस में एमबीए किया। एमबीए के बाद उन्होंने मुंबई में नौकरी कर ली। परिवार से दूर रहने से वह अपने करियर के प्रति अधिक जिम्मेदार हो गए। आशीष ने 2004 में कोटक सिक्योरिटी में मैनेजर के रूप में काम किया। उन्होंने वहां स्टॉक ब्रोकिंग में अनुभव प्राप्त किया। 2006 तक आशीष ने वहां काम किया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में यूनिकॉर्न इंवेस्टमेंट सॉल्यूशंस में वाइस प्रेसिडेंट के रूप में काम किया। 2010 तक वहां उन्होंने चार साल तक काम किया।


2011 में अपनी कंपनी बनाई image

वित्तीय सेवाओं में सात साल का अनुभव होने के बाद आशीष ने 2011 में होम्सफाई की शुरुआत की। कंपनी ने तब से विस्तार किया है। यह Mymagnet.io जैसी अतिरिक्त सेवाएं प्रदान करती है। प्रॉपर्टी एजेंटों को यह तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करती है। होम्सफाई ने सिर्फ चार लोगों के साथ शुरुआत की थी। आज, कंपनी में 500 कर्मचारी हैं। इसका मुख्यालय ठाणे में है। इसके ऑपरेशंस कई स्थानों पर हैं। आज यह कंपनी हजारों करोड़ की बन चुकी है। आशीष कुकरेजा की कहानी हमें सिखाती है कि अगर हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।

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