मुंबई: कहते हैं कि सफलता इंतजार नहीं करती किसी का, हर पल को पकड़ना ही असली हुनर होता है। महाराष्ट्र की सुजाता मडके ने अपने दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से नई लकीर खींच दी है। वह सफलता मिलने के बाद भी नहीं रुकी, बल्कि अगले लक्ष्य के लिए मेहनत की। आखिर में सुजाता को सक्सेस मिल गई। मुंबई से सटे ठाणे से आने वाली सुजाता की कुछ समय पहले तक पहचान एक आरटीओ इंस्पेक्टर की थी। खाकी वर्दी और आरटीओ इंस्पेक्टर जैसे रौबदार जिम्मेदारी को छोड़कर अब वह इसरो की साइंटिस्ट बन गई हैं। ठाणे से ही आने वाले महाराष्ट्र के मंत्री प्रताप सरनाईक ने सुजाता मडके को इस उपलब्धि पर बहुत बधाई दी है। सरनाईक ने कहा है कि सुजाता की कामयाबी पूरे परिवहन विभाग के गर्व का विषय है।
सीधे इसरो के लिए लगाई छलांग
सुजात मडके ठाणे जिले में आने वाले शहापुर तहसील के शिरगांव की रहने वाली हैं। रामचंद्र मडके की बेटी अभी तक मोटर परिवहन विभाग में वाहन निरीक्षक के पद पर कार्यरत थीं। अब उनका चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वैज्ञानिक के रूप में चयन हुआ है। सुजाता एक किसान परिवार से आती हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा में निरंतरता बनाए रखी और कड़ी मेहनत और लगन की मिसाल कायम की। सुजाता की मानें ताे उनकी सफलता के पीछे उनके माता-पिता के संस्कार, शिक्षकों का मार्गदर्शन और मेहनत है।
पूरे ठाणे के गर्व का विषय
सुजाता की कामयाबी पर परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, लेकिन अगर दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और अपने सपनों पर विश्वास हो, तो आप अंतरिक्ष में भी उड़ान भर सकते हैं। मंत्री सरनाईक ने कहा कि ठाणे शहर के मोटर परिवहन विभाग में वाहन निरीक्षक के पद पर कार्यरत सुजाता मडके का चयन प्रतिष्ठित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वैज्ञानिक के रूप में हुआ है। उनकी इस उल्लेखनीय सफलता ने न केवल ठाणे ज़िले का, बल्कि पूरे परिवहन विभाग का गौरव बढ़ाया है। सुजाता 27 जनवरी 2023 को ठाणे आरटीओ में सहायक मोटर वाहन निरीक्षक के पद पर कार्यभार संभाला था।
सीधे इसरो के लिए लगाई छलांग
सुजात मडके ठाणे जिले में आने वाले शहापुर तहसील के शिरगांव की रहने वाली हैं। रामचंद्र मडके की बेटी अभी तक मोटर परिवहन विभाग में वाहन निरीक्षक के पद पर कार्यरत थीं। अब उनका चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वैज्ञानिक के रूप में चयन हुआ है। सुजाता एक किसान परिवार से आती हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा में निरंतरता बनाए रखी और कड़ी मेहनत और लगन की मिसाल कायम की। सुजाता की मानें ताे उनकी सफलता के पीछे उनके माता-पिता के संस्कार, शिक्षकों का मार्गदर्शन और मेहनत है।
पूरे ठाणे के गर्व का विषय
सुजाता की कामयाबी पर परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, लेकिन अगर दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और अपने सपनों पर विश्वास हो, तो आप अंतरिक्ष में भी उड़ान भर सकते हैं। मंत्री सरनाईक ने कहा कि ठाणे शहर के मोटर परिवहन विभाग में वाहन निरीक्षक के पद पर कार्यरत सुजाता मडके का चयन प्रतिष्ठित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वैज्ञानिक के रूप में हुआ है। उनकी इस उल्लेखनीय सफलता ने न केवल ठाणे ज़िले का, बल्कि पूरे परिवहन विभाग का गौरव बढ़ाया है। सुजाता 27 जनवरी 2023 को ठाणे आरटीओ में सहायक मोटर वाहन निरीक्षक के पद पर कार्यभार संभाला था।
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