बुलंदशहर: नोएडा एसटीएफ ने बुलंदशहर में एक मुठभेड़ में 1 लाख रुपये के इनामी बदमाश को मार गिराया। यह मुठभेड़ जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के ग्यारह मील इलाके में हुई। मारे गए बदमाश का नाम विनोद गड़रिया था। वह कैराना का रहने वाला था। विनोद पर कई जिलों में तीन दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज थे।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि विनोद गड़रिया बुलंदशहर में है। इसके बाद एसटीएफ ने इलाके की घेराबंदी की। विनोद ने पुलिस पर गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे मार गिराया। पुलिस के अनुसार, विनोद एक कुख्यात अपराधी था। उस पर हत्या, लूट और डकैती जैसे कई गंभीर आरोप थे। पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी।
बता दें कि मेरठ जोन के एडीजी ने विनोद गड़रिया पर एक लाख रुपये का इनाम रखा था। उसके साथी संदीप पर भी 50 हज़ार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। विनोद गड़रिया के गैंग ने कुछ समय पहले एक जैसे तरीके से कई डकैतियां की थीं। पुलिस जांच में पता चला था कि ये सब वारदातें विनोद और उसके गैंग ने ही की थीं। इसके बाद पुलिस ने गैंग के 12 सदस्यों पर 25-25 हज़ार रुपये का इनाम रखा था।
फरवरी महीने में क्राइम ब्रांच और बुढ़ाना पुलिस की इस गैंग के साथ मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में अजयपाल उर्फ अजयवीर नाम का एक सदस्य मारा गया था। पुलिस ने गैंग के कई और साथियों को भी गिरफ्तार किया था, लेकिन विनोद, कुछ साथियों के साथ भागने में सफल रहा था। पुलिस उसके बाद से लगातार विनोद और उसके साथियों को ढूंढ रही थी। पुलिस का कहना है कि विनोद गड़रिया और उसके गैंग ने कई अपराध किए हैं, इसलिए उन्हें पकड़ना बहुत जरूरी था।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि विनोद गड़रिया बुलंदशहर में है। इसके बाद एसटीएफ ने इलाके की घेराबंदी की। विनोद ने पुलिस पर गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे मार गिराया। पुलिस के अनुसार, विनोद एक कुख्यात अपराधी था। उस पर हत्या, लूट और डकैती जैसे कई गंभीर आरोप थे। पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी।
बता दें कि मेरठ जोन के एडीजी ने विनोद गड़रिया पर एक लाख रुपये का इनाम रखा था। उसके साथी संदीप पर भी 50 हज़ार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। विनोद गड़रिया के गैंग ने कुछ समय पहले एक जैसे तरीके से कई डकैतियां की थीं। पुलिस जांच में पता चला था कि ये सब वारदातें विनोद और उसके गैंग ने ही की थीं। इसके बाद पुलिस ने गैंग के 12 सदस्यों पर 25-25 हज़ार रुपये का इनाम रखा था।
फरवरी महीने में क्राइम ब्रांच और बुढ़ाना पुलिस की इस गैंग के साथ मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में अजयपाल उर्फ अजयवीर नाम का एक सदस्य मारा गया था। पुलिस ने गैंग के कई और साथियों को भी गिरफ्तार किया था, लेकिन विनोद, कुछ साथियों के साथ भागने में सफल रहा था। पुलिस उसके बाद से लगातार विनोद और उसके साथियों को ढूंढ रही थी। पुलिस का कहना है कि विनोद गड़रिया और उसके गैंग ने कई अपराध किए हैं, इसलिए उन्हें पकड़ना बहुत जरूरी था।