अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित नगर निगम कार्यालय में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ है। सत्ताधारी बीजेपी के कई पार्षदों ने एकजुट होकर नगर आयुक्त गौरव कुमार के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। पार्षद ठाकुरगंज में खुले नाले में युवक की मौत के बाद क्षेत्रीय पार्षद सीबी सिंह के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर से नाराज थे। उनका कहना था कि इस दुखद हादसे के लिए नगर निगम के लापरवाह अफसर जिम्मेदार हैं, जबकि दोष पार्षद पर मढ़ा जा रहा है।
हादसे से शुरू हुआ विवाददरअसल शनिवार को मल्लाही टोला प्रथम वार्ड में मंजू टंडन ढाल के पास खुले नाले में गिरने से सुरेश नामक युवक की मौत हो गई थी। उसका शव करीब 28 घंटे बाद बरामद हुआ था। इस घटना के बाद सीएम योगी ने शोक जताते हुए जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए जूनियर इंजीनियर (JE) को निलंबित किया, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (AE) को नोटिस जारी किया और ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई। लेकिन इसी के साथ स्थानीय पार्षद सीबी सिंह पर भी केस दर्ज कर दिया गया, जिससे नाराजगी फैल गई।
प्रदर्शन में बीजेपी पार्षदों की भागीदारीसोमवार को नगर निगम कार्यालय में सत्तारूढ़ भाजपा के दर्जनों पार्षद एकत्र हुए और धरना प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि पार्षद सीबी सिंह को गलत तरीके से फंसाया गया है जबकि असल जिम्मेदार नगर निगम के अधिकारी हैं। पार्षदों ने कहा कि नाले की सफाई और मरम्मत को लेकर वे दो वर्षों से लगातार मांग कर रहे थे, लेकिन नगर निगम की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
नगर आयुक्त पर पक्षपात का आरोपपार्षदों ने नगर आयुक्त गौरव कुमार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि वे विकास कार्यों में रुचि नहीं ले रहे और पार्षदों का उत्पीड़न कर रहे हैं। पार्षद अमित कुमार ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के सामने उठाया है, जिन्होंने मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अमित कुमार ने यह भी कहा कि अगर छह करोड़ रुपये की लागत से नाला ढक दिया गया होता, तो यह घटना नहीं होती।
सीएम के आदेशों की हो रही अवहेलनापार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर आयुक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का पालन तक नहीं कर रहे। सड़कों की मरम्मत और गड्ढा मुक्ति अभियान जैसी योजनाएं पूरी तरह ठप हैं। बीजेपी पार्षद पृथ्वी गुप्ता ने कहा कि हम पीड़ित परिवार के साथ है। इस घटना में सबसे बड़ी लापरवाही नगर आयुक्त की है।
पृथ्वी गुप्ता ने कहा कि नए नगर आयुक्त नाले की सफाई कराने में सक्षम नहीं है। ना सीवर का काम हो रहा है और ना ही लाइट सही हो पा रही है। बीजेपी पार्षद ने कहा कि इनको आये इतने दिन हो गए हैं लेकिन हम मिल नहीं पाए। साथ ही एक पार्षद ने कहा कि हम लोग सीएम योगी से शिकायत करेंगे। इस पूरे मामले की जिम्मेदारी नगर आयुक्त की है।
हादसे से शुरू हुआ विवाददरअसल शनिवार को मल्लाही टोला प्रथम वार्ड में मंजू टंडन ढाल के पास खुले नाले में गिरने से सुरेश नामक युवक की मौत हो गई थी। उसका शव करीब 28 घंटे बाद बरामद हुआ था। इस घटना के बाद सीएम योगी ने शोक जताते हुए जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए जूनियर इंजीनियर (JE) को निलंबित किया, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (AE) को नोटिस जारी किया और ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई। लेकिन इसी के साथ स्थानीय पार्षद सीबी सिंह पर भी केस दर्ज कर दिया गया, जिससे नाराजगी फैल गई।
प्रदर्शन में बीजेपी पार्षदों की भागीदारीसोमवार को नगर निगम कार्यालय में सत्तारूढ़ भाजपा के दर्जनों पार्षद एकत्र हुए और धरना प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि पार्षद सीबी सिंह को गलत तरीके से फंसाया गया है जबकि असल जिम्मेदार नगर निगम के अधिकारी हैं। पार्षदों ने कहा कि नाले की सफाई और मरम्मत को लेकर वे दो वर्षों से लगातार मांग कर रहे थे, लेकिन नगर निगम की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
नगर आयुक्त पर पक्षपात का आरोपपार्षदों ने नगर आयुक्त गौरव कुमार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि वे विकास कार्यों में रुचि नहीं ले रहे और पार्षदों का उत्पीड़न कर रहे हैं। पार्षद अमित कुमार ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के सामने उठाया है, जिन्होंने मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अमित कुमार ने यह भी कहा कि अगर छह करोड़ रुपये की लागत से नाला ढक दिया गया होता, तो यह घटना नहीं होती।
सीएम के आदेशों की हो रही अवहेलनापार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर आयुक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का पालन तक नहीं कर रहे। सड़कों की मरम्मत और गड्ढा मुक्ति अभियान जैसी योजनाएं पूरी तरह ठप हैं। बीजेपी पार्षद पृथ्वी गुप्ता ने कहा कि हम पीड़ित परिवार के साथ है। इस घटना में सबसे बड़ी लापरवाही नगर आयुक्त की है।
पृथ्वी गुप्ता ने कहा कि नए नगर आयुक्त नाले की सफाई कराने में सक्षम नहीं है। ना सीवर का काम हो रहा है और ना ही लाइट सही हो पा रही है। बीजेपी पार्षद ने कहा कि इनको आये इतने दिन हो गए हैं लेकिन हम मिल नहीं पाए। साथ ही एक पार्षद ने कहा कि हम लोग सीएम योगी से शिकायत करेंगे। इस पूरे मामले की जिम्मेदारी नगर आयुक्त की है।
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