अक्सर ब्रेस्ट कैंसर को महिलाओं की बीमारी माना जाता है, लेकिन हाल के मामलों ने पुरुषों में भी इसके बढ़ते खतरे को उजागर कर दिया है। एम्स (AIIMS) के डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि पुरुष भी इस गंभीर रोग की चपेट में आ सकते हैं, और शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के कारण
डॉक्टरों के अनुसार, पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
हार्मोनल असंतुलन – टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन में असंतुलन पुरुषों में ब्रेस्ट टिशू के असामान्य विकास का कारण बन सकता है।
आनुवंशिक कारण – अगर परिवार में किसी सदस्य को ब्रेस्ट कैंसर या ब्रेअस्ट-संबंधी बीमारियां हुई हैं, तो जोखिम बढ़ सकता है।
जीवनशैली और पर्यावरण – मोटापा, शराब का सेवन, धूम्रपान और अस्वस्थ आहार पुरुषों में इस रोग के खतरे को बढ़ाते हैं।
अनुवांशिक म्यूटेशन – BRCA1 और BRCA2 जीन में म्यूटेशन पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर का मुख्य कारण हो सकता है।
लक्षण जिन्हें नजरअंदाज न करें
स्तन में गांठ या सूजन
त्वचा का लाल या पतला होना
निप्पल से डिस्चार्ज (स्राव)
स्तन के आकार या रूप में बदलाव
एम्स के विशेषज्ञ कहते हैं कि पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर का पहचान अक्सर देर से होती है, इसलिए शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
डॉक्टरों की सलाह
अगर किसी पुरुष को स्तन में कोई असामान्य बदलाव दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
नियमित स्वास्थ्य जांच और संतुलित आहार, व्यायाम रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं।
शराब और धूम्रपान से बचना और वजन नियंत्रण में रखना पुरुषों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
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