मानसून का मौसम आते ही हमारे शरीर का पाचन तंत्र थोड़ा धीमा पड़ जाता है। इस मौसम में नमी और उमस की वजह से खाना जल्दी खराब होता है और पेट से जुड़ी दिक्कतें जैसे गैस, अपच और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि हम अपने खाने-पीने की चीज़ों में समझदारी से बदलाव करें – खासतौर पर रोज़ खाई जाने वाली रोटी में।
भारी अनाजों से दूरी रखें
डायटिशियन बताते हैं कि मानसून के दौरान बाजरा, मक्का या रागी जैसे भारी अनाजों से बनी रोटियां पचने में समय लेती हैं। ये गर्माहट पैदा करती हैं और पेट भारी रखती हैं, जिससे गैस, अपच और बेचैनी की शिकायत हो सकती है।
हल्के आटे की रोटी बेहतर विकल्प
इस मौसम में गेहूं, ज्वार और चने के आटे से बनी रोटियां खाना ज्यादा फायदेमंद होता है:
गेहूं का आटा – हल्का होता है और आसानी से पचता है
ज्वार का आटा – फाइबर और मिनरल्स से भरपूर
चने का आटा (बेसन) – प्रोटीन और इम्यूनिटी बढ़ाने वाला
डायटीशियन की सलाह है कि गेहूं के आटे में थोड़ा सातू, अलसी पाउडर या ओट्स पाउडर मिलाकर रोटियां बनाएं। इससे रोटी का पोषण स्तर भी बढ़ता है और पाचन तंत्र भी ठीक रहता है।
रोटी से आगे: इन आटे से बनाएं स्वाद और सेहत से भरपूर डिशेज
इन आटे से केवल रोटियां ही नहीं, बल्कि कई हेल्दी और टेस्टी रेसिपीज़ भी बनाई जा सकती हैं जो मानसून में पाचन के लिए हल्की होती हैं:
1. गेहूं का हलवा
घी में आटा भूनकर उसमें गुड़ और मेवे डालें। ये शरीर को ऊर्जा देता है और सर्दी-खांसी से भी बचाता है।
2. ज्वार का चीला
ज्वार आटे में दही, मसाले और सब्जियां मिलाकर पैन पर सेकें। फाइबर और आयरन से भरपूर, पचने में आसान।
3. बेसन ढोकला
चने के आटे में दही और इनो मिलाकर भाप में पकाएं। यह एक हल्का और स्वादिष्ट नाश्ता है।
4. गेहूं की लिट्टी
सत्तू और मसालों से भरकर बनाई लिट्टी चोखे के साथ खाने में भी टेस्टी और पेट के लिए भी संतुलित होती है।
5. बेसन का चीला
बेसन, प्याज़, हरी मिर्च, और मसाले मिलाकर झटपट तैयार होने वाला हाई-प्रोटीन स्नैक।
6. सत्तू शरबत
गर्मियों और उमस वाले मौसम में नमकीन या मीठा सत्तू ड्रिंक पेट को ठंडक देता है।
7. ज्वार उपमा या खिचड़ी
ज्वार और सब्जियों से बनी ये डिश डायबिटीज़ और वज़न कंट्रोल के लिए बेहतरीन है।
मानसून में रोटियों को लेकर ये 3 बातें ज़रूर याद रखें
रोटियां हमेशा ताज़ी बनाएं, बासी रोटियां पाचन को बिगाड़ सकती हैं।
देसी घी की कुछ बूंदें रोटी पर लगाएं – यह न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है बल्कि डाइजेशन में भी मदद करता है।
बहुत मोटी या अधपकी रोटियां खाने से परहेज करें – ये पेट में देर से पचती हैं।
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