भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग, बिहार सरकार के सचिव पद पर पदोन्नति होने के उपरांत दिनेश कुमार राय शनिवार को अपने पैतृक गांव रोहतास के कुशही पहुंचे। पटना से सड़क मार्ग से आगमन के क्रम में जगदीशपुर, दिनारा और कोचस में उनके समर्थकों और स्थानीय नागरिकों ने जगह-जगह उनका भव्य स्वागत और अभिवादन किया। इस दौरान हजारों लोगों ने अपने प्रिय अधिकारी का उत्साहपूर्वक अभिनंदन किया।
कुशही गांव में ग्रामीणों एवं समाज के प्रबुद्धजनों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में श्री राय ने मंच से उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा: “लोग मेरे विरुद्ध टिप्पणी करते हैं, और कहते हैं कि मैं अपनी जाति के विरुध्द हूँ लेकिन मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं जाति नहीं, जमात के साथ रहता हूं। मैं किसी भी प्रकार के आरोपों से अलग हूं। आज का यह सम्मान समारोह सभी प्रकार की टिप्पणियों का जवाब है।”
अपने सेवाकाल की यादों को साझा करते हुए श्री राय ने कहा: “मैं जिलाधिकारी रहते हुए भी सुदूर क्षेत्रों में मोटरसाइकिल से जाता था।लोगों से जुड़ा रहता था, जहां 25 वर्ष पूर्व कार्यरत रहा उस जगदीशपुर में आज हजारों लोग स्वागत के लिए खड़े दिखे, यह मेरे लिए गौरव की बात है। हम इन विषयों को राजनीति से नहीं जोड़ सकते। ऐसे कार्यों को सामाजिक दृष्टिकोण से जोड़ना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि “सरकार ने जो कलम मुझे सौंपी है, वह जनकल्याण की दिशा में सार्थक कार्य करने के लिए है। व्यक्ति को अहंकार से दूर रहकर काम करना चाहिए। यदि आवश्यकता पड़ी तो पैदल या ऑटो से भी चलने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए।”
शिक्षा और संस्कार पर बल देते हुए श्री राय ने अपील की कि “आप सभी अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें, उन्हें पढ़ाएं-लिखाएं ताकि वे आगे चलकर अधिकारी बनें।
अंत में उन्होंने अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि “मैं बच्चों की शिक्षा, परिवारों के स्वास्थ्य, दवा आदि कार्यों में सदैव तत्परता से लगा रहा हूं और आगे भी रहूंगा। पद पर रहूं या न रहूं, समाज सेवा का यह संकल्प जारी रहेगा।”
इस सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में ग्रामीण, जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे। समारोह में आत्मीय वातावरण और गांव के प्रति श्री राय की निष्ठा के प्रति लोगों में गहरी आस्था देखी गई। राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो यह कार्यक्रम करगहर क्षेत्र में एक अलग सियासी हलचल पैदा कर रहा है। आम जनमानस द्वारा अत्यंत उत्साह से दिनेश कुमार राय से मांग की गई कि वे सक्रिय राजनीति में जुड़े एवं समाज हेतु अपना योगदान दें, हालांकि दिनेश राय से यह पूछने पर कि क्या वे अब राजनीति में शामिल होंगे एवं चुनाव लड़ेंगे, उन्होंने साफ मना किया कि और कहा कि अभी सरकार द्वारा दिए गए दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। पूर्व में मुख्यमंत्री के आप्त सचिव के रूप में कार्य किए हैं, अभी सचिव के रूप में कार्यरत हैं। आगे उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा जो आदेश मिलेगा उसका पालन करेंगे।