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गडकरी ने शेयर की अपनी ज़िंदगी की झलक, रिटायरमेंट से लेकर छुट्टियों तक, महिला अध्यक्ष पर भी दिया साफ जवाब

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कभी-कभी नेता सिर्फ राजनीति की नहीं, बल्कि ज़िंदगी की भी ऐसी बातें कह जाते हैं जो हमें हैरान कर देती हैं। ऐसा ही कुछ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में किया। उन्होंने बेहद सहज और खुले अंदाज में न सिर्फ अपने राजनीतिक नजरिए को साझा किया, बल्कि निजी जिंदगी की छोटी-छोटी लेकिन प्यारी बातें भी सबके सामने रखीं। गडकरी ने भाजपा की भावी महिला अध्यक्ष को लेकर पूछे गए सवाल का भी बड़ा ही संतुलित जवाब दिया, साथ ही अपने रिटायरमेंट और छुट्टियों की योजनाओं के बारे में भी खुलकर बात की।

अध्यक्ष कौन बनेगा?

पॉडकास्ट के दौरान जब गडकरी से पूछा गया कि क्या भाजपा को पहली महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने जा रही है, तो उन्होंने बड़ी विनम्रता से कहा – "यह फैसला पार्टी के वरिष्ठ नेता तय करेंगे।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब उन्हें किसी पद की चाह नहीं है। गडकरी ने साफ कहा कि उनके लिए सत्ता नहीं, विकास की आकांक्षा ज्यादा मायने रखती है। जब उनसे 100 किलोमीटर प्रतिदिन हाईवे बनाने के लक्ष्य पर सवाल किया गया, तो उन्होंने मुस्कुराकर कहा, "हर असंभव में एक संभव छिपा होता है।" यह उनकी सकारात्मक सोच को दर्शाता है।

रिटायरमेंट प्लान सुनकर खुद भी हंस पड़े


67 वर्षीय नितिन गडकरी जब रिटायरमेंट को लेकर सवाल सुनते हैं, तो खुद भी हंसने लगते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे खुद समझ नहीं आता कि मैंने कुछ सालों में इतना कुछ कैसे कर लिया, जो मैं 25 साल में नहीं कर पाया।" उनका कहना था कि जब तक फिट हूं, तब तक काम करता रहूंगा। वो लंबे प्लान नहीं बनाते और खुद को थोड़ा अनडिसिप्लिंड भी मानते हैं – यह एक नेता की सच्ची और सरल स्वीकारोक्ति है।

परिवार के साथ बिताते हैं क्वालिटी टाइम

गडकरी ने बताया कि वह हर सुबह अपने पोते से बात करते हैं, साथ में छुट्टियां मनाते हैं और हाल ही में स्पेन की यात्रा पर भी गए थे। उनका कहना है, "मैं सादा जीवन जीता हूं और परिवार के साथ बिताए हर पल को पूरी तरह जीता हूं।" एक आम इंसान की तरह उनका परिवार के लिए ये प्यार, उन्हें जनता से और भी करीब लाता है।

अपने बारे में बताई अजीब लेकिन दिलचस्प बात

गडकरी ने अपने इनोवेटिव माइंडसेट की भी झलक दी। उन्होंने हंसते हुए बताया कि एक बार उन्होंने अपना 72 लीटर यूरीन अपने माली को दे दिया, ताकि वह इसका इस्तेमाल ऑर्गेनिक फार्मिंग में कर सके। यह बात न सिर्फ चौंकाती है, बल्कि यह दिखाती है कि वो कचरे को भी संपत्ति में बदलने की सोच रखते हैं।

दिल्ली को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प

गडकरी ने दिल्ली की बिगड़ती हवा की चिंता जाहिर करते हुए बताया कि यहां का 40% प्रदूषण ट्रांसपोर्ट सेक्टर से आता है। उन्होंने बताया कि इस समस्या से निपटने के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, बायो-CNG, एलएनजी, हाइड्रोजन और फ्लेक्स फ्यूल इंजन जैसे विकल्पों को प्रमोट किया जा रहा है। यह साफ करता है कि गडकरी का विज़न सिर्फ सड़कों तक सीमित नहीं, बल्कि पर्यावरण की चिंता तक फैला है।

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