अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार (9 जुलाई, 2025) को एक ऐसा फैसला लिया जिसने वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मचा दी है। उन्होंने घोषणा की कि ब्राजील से आयात होने वाले सभी सामानों पर अब 50% टैरिफ (शुल्क) लगाया जाएगा। ये नया टैक्स 1 अगस्त से प्रभावी होगा। यह कदम उस जुबानी जंग के बाद उठाया गया है, जो ट्रंप और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा के बीच लगातार गर्म होती जा रही थी। जब लूला ने ट्रंप को 'अवांछित सम्राट' कहा, तो बात दिल तक उतर गई और नतीजा सामने आया – एक सख्त आर्थिक प्रतिक्रिया।
इस तनावपूर्ण पृष्ठभूमि में ट्रंप ने लूला को एक कड़ी चिट्ठी भी भेजी। इस पत्र में उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए पूर्व ब्राजीलियाई राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो का ज़िक्र किया और लिखा कि वे न सिर्फ उन्हें जानते हैं बल्कि उनके साथ काम भी कर चुके हैं और गहरा सम्मान करते हैं। यह भावनात्मक जुड़ाव ट्रंप के शब्दों में झलकता है, जहां वे बोलसोनारो के खिलाफ चल रही कानूनी प्रक्रिया को राजनीतिक साजिश करार देते हैं। उनका मानना है कि यह मुकदमा ब्राजील की प्रतिष्ठा पर एक धब्बा है और इसे ‘विच हंट’ कहकर तत्काल बंद करने की मांग की।
ट्रंप ने एक बड़ा संकेत भी दिया – एक तरह की चेतावनी, जिसमें उन्होंने कहा कि ब्राजील की ओर से अमेरिका की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और चुनावी प्रक्रियाओं पर जो हमले हो रहे हैं, वे बेहद चिंताजनक हैं। खासकर ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट द्वारा अमेरिकी सोशल मीडिया कंपनियों पर लगाए गए कथित गुप्त और अवैध सेंसरशिप आदेशों ने इस रिश्ते में खटास घोल दी है।
उन्होंने साफ शब्दों में ऐलान किया कि "1 अगस्त से अमेरिका में ब्राजील से आने वाले हर उत्पाद पर 50% टैरिफ लगाया जाएगा।" यह नया टैक्स अन्य सेक्टोरल टैरिफ से अलग होगा और सख्ती इतनी कि अगर कोई देश ब्राजील से उत्पाद खरीदकर अमेरिका लाने की कोशिश करता है, तो उस पर भी यही शुल्क लगाया जाएगा। इस चेतावनी में एक सख्त नेता की झलक मिलती है जो न केवल अपनी नीतियों पर अडिग है, बल्कि अपनी भावनाओं को भी बेबाकी से व्यक्त करता है।
आखिर में, ट्रंप ने इस फैसले की वजह भी साझा की – एक निष्कर्ष जो वर्षों की बातचीत और व्यापारिक खींचतान के बाद निकला। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने सालों तक ब्राजील के साथ व्यापारिक संतुलन बनाने की कोशिश की, लेकिन हर बार एकतरफा और अनुचित नीतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, "अब वक्त आ गया है कि हम उस पुराने और पक्षपाती व्यापारिक रिश्ते से अलग हो जाएं, जो ब्राजील की टैरिफ नीतियों और व्यापारिक अड़चनों से जकड़ा हुआ है।"
You may also like
शुभमन गिल की अगुवाई में अच्छा खेल रही टीम, लेकिन विदेशी मीडिया करती है कप्तानों पर हमला: रविचंद्रन अश्विन
आईडीबीआई की रणनीतिक बिक्री अक्टूबर तक पूरी होने की संभावना
पीएम-किसान से करोड़ों किसान लाभान्वित, 1400 मंडियों को ई-नाम से जोड़ा गया: पीयूष गोयल
पतंजलि योग समिति की ओर से गुरु पूर्णिमा मनाया गया
संत शिरोमणि रविदास सम्मेलन सह सम्मान समारोह आयोजित