हजारीबाग, 28 सितंबर . Jharkhand में हजारीबाग जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में Prime Minister उज्ज्वला योजना महिलाओं की जीवनशैली में क्रांतिकारी बदलाव लाई है. वर्षों तक लकड़ी और कोयले के चूल्हों पर खाना बनाने वाली महिलाएं धुएं और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझती थीं, लेकिन इस योजना से उनकी जिंदगी आसान हो गई है. लाभार्थी महिलाओं ने अपने अनुभव शेयर किए हैं.
जिले की हजारों महिलाएं इस योजना से लाभान्वित हो रही हैं, जिसने उनकी रसोई को आधुनिक और सुरक्षित बनाया है.
इचाक प्रखंड के नावाडीह गांव की रूबी देवी बताती हैं कि पहले लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाना बेहद कठिन था. जंगल से लकड़ी लाने में समय और मेहनत लगती थी. साथ ही धुएं से सर्दी-खांसी और आंखों में जलन जैसी समस्याएं होती थीं. उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त एलपीजी कनेक्शन मिलने के बाद उनकी रसोई की तस्वीर बदल गई. अब खाना बनाना आसान और सुरक्षित हो गया है.
उन्होंने आगे कहा कि घर साफ रहता है और बचे हुए समय का उपयोग मैं अपने बच्चों और अन्य कामों के लिए कर पाती हूं. यह योजना केवल रसोई तक सीमित नहीं है, बल्कि इसने हमारी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी बेहतर किया है.
इसी गांव की बबीता देवी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. उन्होंने कहा कि एलपीजी कनेक्शन ने न केवल खाना बनाने की प्रक्रिया को सरल किया है, बल्कि समय की बचत की है. अब हम अपने खेतों और घर के अन्य कामों पर ध्यान दे पाती हैं.
बबीता ने Prime Minister Narendra Modi का आभार जताते हुए कहा, “इस योजना ने हमारी रसोई को नया रूप दिया और हमारी जिंदगी को आसान बनाया. उज्ज्वला योजना ने हमारे स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डाला है. धुएं से होने वाली सांस की बीमारियां, आंखों में जलन और खांसी जैसी समस्याएं अब काफी कम हो गई हैं.
जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार हजारीबाग में अब तक लाखों परिवारों को इस योजना के तहत गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं. उज्ज्वला योजना ने हजारीबाग की ग्रामीण महिलाओं के जीवन में नई रोशनी लाई है, जिससे वे अब अधिक आत्मविश्वास और स्वस्थ जीवन जी रही हैं.
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एकेएस/वीसी
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