नई दिल्ली, 24 अप्रैल . भारत ने गुरुवार को करीब 20 देशों के शीर्ष राजनयिकों को पहलगाम हमले और भारत के रुख के बारे में जानकारी दी.
इन देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, यूरोपीय संघ, इटली, कतर, जापान, चीन, जर्मनी, फ्रांस, इंडोनेशिया, मलेशिया, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात और नॉर्वे शामिल हैं. इनके राजनयिकों को साउथ ब्लॉक स्थित विदेश मंत्रालय में बुलाया गया था. भारत ने विदेशी राजनयिकों को 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की जानकारी दी.
पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा लिए गए निर्णयों के क्रम में भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय लिया है.
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस नोट में कहा कि भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी मौजूदा वैध वीजा 27 अप्रैल 2025 से रद्द कर दिए जाएंगे. पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल 2025 तक वैध होंगे.
वर्तमान में भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को संशोधित वीजा की अवधि समाप्त होने से पहले भारत छोड़ देना होगा.
वहीं भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा करने से बचने की सख्त सलाह दी गई है. साथ ही वर्तमान में पाकिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों को भी जल्द से जल्द भारत लौटने की सलाह दी गई है.
पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने पंजाब में वाघा-अटारी सीमा पर चेक पोस्ट बंद करने और सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) को रद्द करने का फैसला किया है, जिससे पाकिस्तानी नागरिकों के लिए प्रवेश के रास्ते गंभीर रूप से बंद हो गए हैं.
वैध प्रमाण-पत्र के साथ अटारी सीमा से प्रवेश करने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को वापस लौटने के लिए 1 मई तक का समय दिया गया है, जबकि एसवीईएस वीजा वाले लोगों को 48 घंटे से कम समय में वापस लौटना होगा.
हालांकि, तनाव बढ़ने के बावजूद पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित करतारपुर कॉरिडोर को पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए खुला रखा गया है.
दोनों देशों के बीच एकमात्र भूमि सीमा पार करने वाली वाघा-अटारी सीमा के बंद होने से न केवल लोगों की आवाजाही प्रभावित होगी, बल्कि द्विपक्षीय व्यापार भी प्रभावित होगा.
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता की, बैठक में अन्य लोगों के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल हुए.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी पहलगाम हमले के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार को श्रीनगर का दौरा करेंगे. स्थानीय सैन्य शीर्ष कमांडर उन्हें घाटी और नियंत्रण रेखा पर सेना द्वारा उठाए गए आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में जानकारी देंगे. उनके इस दौरे के दौरान 15 कोर कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के अन्य गठन कमांडर मौजूद रहेंगे.
–
एकेएस/एकेजे
The post first appeared on .
You may also like
Uttarakhand: पत्नी से नहीं भरा मन तो रिटायर्ड फौजी अपनी बेटी के साथ करने लगा दुष्कर्म, फिर परेशान होकर...
12 Dead After Van Crashes Into Well in Mandsaur, Madhya Pradesh
थायरॉइड कैंसर का जड़ से खात्मा कर सकता है यह हर्ब्स
गुजरात के ठगों ने ऑनलाइन स्कैम से कमाए 60 करोड़ रुपये, पुलिस ने किया गिरफ्तार
जयपुर में महिला का अजीब प्रदर्शन, सड़क पर निर्वस्त्र हुई