चेन्नई, 8 अक्टूबर . भारतीय मौसम विभाग ने तमिलनाडु के 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. साथ ही, कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप के तटीय इलाकों में तेज़ हवाएं चलने की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है.
आईएमडी के ताजा बुलेटिन के अनुसार, Wednesday को नीलगिरी, कोयंबटूर, थेनी, डिंडीगुल, इरोड, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, सलेम, नमक्कल और तिरुपत्तूर जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है.
इन इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और पानी भरे इलाकों से दूर रहने की अपील की गई है, क्योंकि तेज बारिश के साथ आंधी और तेज हवाएं चलने की भी संभावना है.
चेन्नई में आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं और शहर के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा की योजना सोच-समझकर बनाएं, क्योंकि अचानक बारिश से ट्रैफिक जाम और जलभराव जैसी परेशानियां हो सकती हैं.
आईएमडी ने बताया है कि अगले 24 घंटों में तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में दिन का तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है. बादल छाए रहने और नमी भरी हवाओं के कारण तापमान सामान्य से थोड़ा नीचे रहने की उम्मीद है.
पश्चिमी तट पर हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे रहने का अनुमान है, जो कभी-कभी 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.
मौसम विभाग ने मछुआरों को खास तौर पर चेतावनी दी है कि वे कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप के तटीय इलाकों में समुद्र में न जाएं, क्योंकि ऊंची लहरें और तेज समुद्री धाराएं स्थिति को खतरनाक बना सकती हैं.
अधिकारियों को सतर्क रहने और उन जिलों में तैयारी रखने के लिए कहा गया है जहां जलभराव, पेड़ों के गिरने और बिजली बाधित होने की संभावना है.
नीलगिरी और पश्चिमी घाट के इलाकों में आपदा प्रबंधन टीमों को भूस्खलन की आशंका को देखते हुए पहाड़ी क्षेत्रों पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. लोगों को सलाह दी गई है कि वे खुले में रखे सामान को सुरक्षित रखें, भारी बारिश के दौरान ज़रूरी न हो तो बाहर न निकलें और जरूरी चीज़ें पहले से तैयार रखें. जो लोग नदियों या नालों के पास रहते हैं, उन्हें पानी के स्तर में अचानक बढ़ोतरी पर ध्यान देना चाहिए.
पश्चिमी और अंदरूनी तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर कम से कम अगले 24 घंटे तक जारी रहने की संभावना है. अधिकारियों ने कहा है कि अगर स्थिति बिगड़ती है, तो बारिश से जुड़ी और जानकारी दी जाएगी.
यात्रियों और मछुआरों से कहा गया है कि वे आईएमडी और स्थानीय आपदा प्रबंधन टीमों की ताज़ा खबरों पर ध्यान रखें.
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एसएचके/एएस
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