हैदराबाद, 18 सितंबर . तेलंगाना के Chief Minister ए. रेवंत रेड्डी ने ब्रिटिश कंपनियों को मूसी रिवरफ्रंट विकास परियोजना को आकार देने के लिए आमंत्रित किया है.
उन्होंने वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी), फार्मास्युटिकल, नॉलेज और शैक्षणिक क्षेत्रों में भी ब्रिटेन की ओर से निवेश की इच्छा जताई है.
ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून ने Thursday को Chief Minister रेवंत रेड्डी से जुबली हिल्स स्थित उनके आवास पर मुलाकात की.
मुलाकात के दौरान, ब्रिटिश उच्चायुक्त ने बताया कि ब्रिटिश Government तेलंगाना के मेधावी छात्रों को सह-वित्तपोषण के आधार पर प्रतिष्ठित चिवनिंग छात्रवृत्ति प्रदान करने पर सहमत हो गई है. उन्होंने शिक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की इच्छा भी व्यक्त की.
लिंडी कैमरून ने तेलंगाना में Governmentी शिक्षकों और प्रोफेसरों के प्रशिक्षण में सहयोग देने की इच्छा व्यक्त की.
Chief Minister ने यूनाइटेड किंगडम में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे तेलंगाना के छात्रों को लाभान्वित करने के लिए ब्रिटिश विश्वविद्यालयों को हैदराबाद से संचालित करने की सुविधा प्रदान करने का अनुरोध किया. उन्होंने तेलंगाना की नई शिक्षा नीति का मसौदा भी प्रस्तुत किया, जिसमें प्रमुख सुधारों और सहयोग के अवसरों पर प्रकाश डाला गया.
Chief Minister कार्यालय (सीएमओ) के अनुसार, ब्रिटिश उच्चायुक्त ने सभी प्रस्तावों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और तेलंगाना और यूनाइटेड किंगडम के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में सहयोग का आश्वासन दिया.
Chief Minister रेवंत रेड्डी हैदराबाद से होकर बहने वाली मूसी नदी का पुनरुद्धार चाहते हैं. ये उनकी एक महत्वाकांक्षी परियोजना है.
पिछले साल की शुरुआत में अपनी लंदन यात्रा के दौरान, Chief Minister ने टेम्स नदी के पुनरुद्धार में मदद करने वाले विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा की.
उन्होंने टेम्स नदी के प्रमुख शासी निकाय – पोर्ट ऑफ लंदन अथॉरिटी के अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श किया था.
Chief Minister का मानना है कि मूसी रिवरफ्रंट विकास परियोजना हैदराबाद की सूरत बदल देगी और विकास को बढ़ावा देगी.
उनके अनुसार, देश में किसी अन्य राज्य की राजधानी ऐसी नहीं है जिसके शहर के बीच से कोई नदी बहती हो. 300 किलोमीटर लंबी मूसी का एक लंबा और विशेष इतिहास है.
पिछले साल अक्टूबर में, उन्होंने घोषणा की थी कि मूसी के लिए एक परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए पांच कंपनियों के एक संघ का चयन किया गया है. यह संघ मूसी के पुनरुद्धार, परियोजना लागत अनुमान और विभिन्न एजेंसियों से धन जुटाने की योजनाएं तैयार करेगा.
–
केआर/
You may also like
ईरान के राष्ट्रपति के साथ सीएमजी का विशेष साक्षात्कार
मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित
बिहार: अमोद हत्याकांड में खुलासा, पत्नी की आशिकी का विरोध करने की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी
चीन की पहली 8के अंतरिक्ष डॉक्यूमेंट्री, 'शनचो-13' यूके में प्रदर्शित हुई
सऊदी अरब या पाकिस्तान, रक्षा समझौते से किसको होगा ज़्यादा फ़ायदा