दमिश्क, 31 मई . सीरिया के सूचना प्राधिकरण प्रमुख हमजा अल-मुस्तफा ने कहा है कि देश में बार-बार होने वाले इजरायली हमलों से निपटने के लिए इजरायल के साथ अप्रत्यक्ष वार्ता शुरू हो गई है.
सीरिया के अंतरिम नेता अहमद अल-शरा की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अल-मुस्तफा ने कहा कि सीरिया और इजरायल के बीच अप्रत्यक्ष वार्ता जारी है, जो 1974 के विघटन समझौते के प्रवर्तन पर केंद्रित है.
उन्होंने अंतरिम सरकार के सुधार एजेंडे के बारे में भी बताया, जिसमें अद्यतन कानून और अधिक वित्तीय स्वतंत्रता के माध्यम से एक आकर्षक निवेश वातावरण को बढ़ावा देने के देश के लक्ष्य पर जोर दिया गया.
अल-मुस्तफा ने अल-शरा के हवाले से कहा कि देश “गरीबी के खिलाफ लड़ाई” लड़ रहा है, जो इसके साथ शिक्षा और मानव विकास सहित कई क्षेत्रों में भी जुड़ा हुआ है.
उन्होंने कहा कि अल-शरा ने “मंत्रालयों” के बीच बेहतर समन्वय, आधुनिक शासन पद्धतियों को अपनाने, भ्रष्टाचार पर नकेल कसने और बजटीय अनुशासन का आह्वान किया है.
उन्होंने कहा कि विकास प्रयासों में “मुक्त क्षेत्रों” और शरणार्थी जहां के लिए वापसी कर रहे हैं, ऐसे क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी, उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार को निवेश प्रतिबद्धताएं मिली हैं. सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार जल्द ही सऊदी अरब से निवेश की घोषणा की जाएगी, उन्होंने यह भी पुष्टि की कि 2025 के राज्य बजट में पर्याप्त वेतन वृद्धि आवंटित की गई है, जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी.
विधायी विकास के बारे में, अल-मुस्तफा ने कहा कि अंतरिम सरकार एक संक्रमणकालीन संसदीय निकाय की स्थापना पर काम कर रही है, जिसे सभी मौजूदा कानूनों की समीक्षा करने का काम सौंपा गया है.
सीरियाई सरकारी मीडिया और युद्ध निगरानीकर्ता के अनुसार, इजरायल ने शुक्रवार देर रात सीरिया के तटीय प्रांतों टार्टस और लताकिया में कई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिनमें एक पूर्व विशेष बल मुख्यालय और नागरिक क्षेत्रों के पास सैन्य ठिकाने शामिल हैं.
ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानीकर्ता सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फ़ॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, टार्टस में हवाई हमलों ने एक सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया, जिसका इस्तेमाल पहले विशेष बलों द्वारा किया जाता था, साथ ही अल-वुहैब औद्योगिक क्षेत्र और अल-ब्लाटा बैरकों में स्थित स्थल भी शामिल थे.
सरकारी अल-इख़बरिया टीवी ने बताया कि इज़राइली युद्धक विमानों ने जाबलेह ग्रामीण इलाके में ज़ामा गांव, साथ ही मीना अल-बायदा बंदरगाह क्षेत्र में सैन्य स्थलों और पड़ोसी लताकिया प्रांत में 107वें ब्रिगेड बेस पर हमला किया.
इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने एक बयान में कहा कि उसने शुक्रवार रात लताकिया में हथियार भंडारण करने वाली जगह पर हमला किया.
इसमें यह भी कहा गया कि यहां मिसाइलें थीं जो अंतरराष्ट्रीय और इजरायली समुद्री नौवहन की स्वतंत्रता के लिए खतरा पैदा करती थीं.
किसी के हताहत होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं थी, और सीरियाई रक्षा अधिकारियों ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया था.
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जीकेटी/
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