सोशल साइट्स पर कई ऐसी चीजें वायरल होती हैं, जिनके बारे में जानकर हर कोई हैरान हो जाता है. ऐसी ही एक खबर अफ्रीकन देश मैडगास्कर से जुड़ी है. दरअसल, यहां के एक शहर में कई दिनों से लोगों को बदबू आ रही थी. उन्हें लगा कि यह दुर्गंध कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. लोगों ने मजबूरी में इसकी जांच करने के लिए पुलिस में शिकायत की. ऐसे में पुलिस ने आस-पास के सभी इलाकों में बदबू की वजह तलाशने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं चल पा रहा था. ऐसे में पुलिस ने जांच बंद कर दी. (सांकेतिक फोटो)
हालांकि, कुछ ही दिन बाद आस-पास के लोगों ने एक खाली पड़े घर में कुछ लोगों की चहल-कदमी शुरू हुई, उन्हें लगा कि इस खाली घर में कौन हो सकता है? ऐसे में जब लोग इस घर के पास गए तो उन्हें अहसास हुआ कि बदबू संभवत: इसी घर से आ रही है. पड़ोसियों ने सोचा कि घर के अंदर देखा जाए, लेकिन बिना किसी परमिशन के घर के अंदर जाना गैरकानूनी था. ऐसे में दोबारा पुलिस को बुलाया गया. (सोशल मीडिया से ली गई सांकेतिक फोटो)
पुलिस दोबारा जब आई तो घर के चारों तरफ बदबू की वजह तलाशने की कोशिश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. हालांकि, बदबू इतनी तेज थी कि बर्दाश्त करना मुश्किल था. ऐसे में पुलिस ने घर के अंदर घुसने का प्लान बनाया. पुलिस ने अपने साथ वाइल्डलाइफ टीम को भी बुलाया था, क्योंकि मैडगास्कर पुलिस के सामने पहले भी वाइल्ड लाइफ से जुड़े इस तरह के मामले सामने आए थे. ऐसे में उन्हें लगा कि वाइल्डलाइफ एजेंसी को जोड़ना बेहतर होगा. इस एजेंसी में सोआरी रांद्रीआन्जफीजान्का (Soary Randrianjafizanaka) भी शामिल थीं.
घर के अंदर जब पुलिस और सोआरी पहुंचे तो हैरान रह गए. सोआरी ने बताया कि आप सोच भी नहीं सकते कि अंदर कितनी ज्यादा बदबू थी. हमारे लिए थोड़ी देर रुकना भी मुश्किल था. लेकिन हम आगे बढ़ते रहे. हम तलाश रहे थे कि अंदर आखिर ऐसा क्या है जिससे इतना दुर्गंध फैला? जांचकर्ता घर के अंदर तलाशी कर रहे थे, तभी उन्हें कुछ आवाज सुनाई दी. उन्हें यकीन हुआ कि कुछ तो है, जो जिन्दा है. लेकिन उन्हें यह समझ नहीं आ रहा था कि आखिर क्या? ऐसे में वे हाथों में फावड़ा लिए आगे बढ़ते रहे. बता दें कि यह घटना नवंबर 2018 की है. (सोशल मीडिया से ली गई सांकेतिक फोटो)
अचानक उनकी नजर एक कमरे के फर्श पर पड़ी. इस नजारा को देख सभी हैरान हो गए. फर्श पर हजारों कछुए पड़े थे. ऐसा लग रहा था कि वे फर्श का हिस्सा थे. तभी सोआरा ने उन कछुओं को देखा तो कहा कि इन्हें तुरंत मेडिकल सहायता की आवश्यकता है. ऐसे में सोआरी के कहने पर तुरंत कछुओं को बाहर निकालने का काम शुरू हुआ. सोआरी ने बताया कि इनमें से कई कछुओं की हालत बेहद खराब थी और वे मर सकते थे. लेकिन ज्यादातर को बचाना संभव था. उन्होंने कहा कि ये सामान्य कछुए नहीं थे, बल्कि बेहद ही दुर्लभ प्रजाति के थे, जो रेडिएशन को भी बर्दाश्त कर सकते हैं. उन्हें इकट्ठा एक ही जगह पर पाया जाना बेहद चौंकाने वाला था.
सोआरी को अहसास हुआ कि इन कछुओं को तस्करी से जुड़े लोगों ने इकट्ठा किया होगा, क्योंकि ये बेहद ही दुर्लभ प्रजाति के हैं. इनके बदले वे बहुत सारा पैसा कमा सकते थे. हालांकि, इन कछुओं को पालना अवैध था, बावजूद इसके ज्यादातर पड़ोसी इन्हें पालना चाहते थे. बता दें कि मैडगास्कर के इस घर में तकरीबन 10 हजार की संख्या में कछुए मिले थे. उनके मलमूत्र से पूरा घर भर रहा था, जिससे पड़ोस में बदबू बढ़ती जा रही थी. पड़ोसियों को अहसास हुआ कि अगर वे बदबू की शिकायत नहीं करते तो शायद यह अवैध कारोबार लगातार चलता रहता. इस घटना के बाद से पूरी दुनिया में अवैध शिकार और जानवरों के साथ क्रूरता के मुद्दों पर लोगों ने अपनी राय रखी. इस मामले में गिरफ्तारी भी हुई थी.
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