भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अनक्लेम्ड राशि का एक चौंकाने वाला आंकड़ा प्रस्तुत किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, LIC के पास लगभग 880.93 करोड़ रुपये मैच्योरिटी बेनिफिट के रूप में पड़े हुए हैं।
इस आंकड़े ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जैसे कि यह राशि किसकी है और यदि कोई इसके लिए दावा नहीं करता है, तो LIC इस पैसे का क्या करेगा? यदि आपने अभी तक अपनी LIC की मैच्योरिटी राशि का दावा नहीं किया है, तो हम आपको इसके लिए आवश्यक जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
कितने पॉलिसीधारकों का है यह पैसा?
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद में बताया कि यह 880.93 करोड़ रुपये 3.72 लाख पॉलिसीधारकों का है, जिन्होंने अभी तक इसके लिए दावा नहीं किया है। यदि कोई इस राशि के लिए 10 साल तक दावा नहीं करता है, तो इसे वापस पाना काफी कठिन हो जाएगा।
LIC में क्लेम कैसे करें?
पॉलिसीधारक या लाभार्थी LIC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी अनक्लेम्ड राशि की जांच कर सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- कस्टमर सर्विस सेक्शन में जाएं और 'Unclaimed Amounts of Policy Holders' का चयन करें।
- पॉलिसी नंबर, नाम, जन्मतिथि और पैन कार्ड विवरण दर्ज करें।
- सबमिट पर क्लिक करें, जिसके बाद आपकी पॉलिसी से संबंधित जानकारी स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।
- LIC ने दावा प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई उपाय किए हैं, जिनमें मीडिया कैंपेन और एजेंटों के माध्यम से नियमित फॉलो-अप शामिल हैं।
10 साल तक क्लेम न करने पर क्या होगा?
यदि 10 साल तक राशि का दावा नहीं किया जाता है, तो यह राशि वरिष्ठ नागरिक कल्याण कोष में ट्रांसफर कर दी जाती है। इस कोष का उपयोग वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए किया जाता है। बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने यह अनिवार्य किया है कि सभी बीमा कंपनियां ₹1,000 या उससे अधिक की अनक्लेम्ड राशि अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित करें।
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