आजकल, लंबे समय तक काम करने, नींद की कमी और मोबाइल या कंप्यूटर पर लगातार देखने के कारण युवा उम्र में ही चश्मा लगने की समस्या बढ़ रही है। लेकिन आयुर्वेद में कई ऐसे उपाय हैं जो आंखों की रोशनी को सुधार सकते हैं और चश्मे की जरूरत को कम कर सकते हैं। डॉ. प्रताप चौहान, जो जीवा आयुर्वेद, दिल्ली के निदेशक हैं, ने आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए 10 प्राकृतिक उपाय साझा किए हैं:
(नोट: यहां दिए गए उपायों में से एक या अधिक का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन बेहतर परिणाम के लिए, इन्हें नियमित रूप से आजमाना चाहिए)
आंवला: सूखे आंवले को रातभर पानी में भिगोकर रखें और सुबह इस पानी से आंखें धो लें।
त्रिफला: रात को त्रिफला को पानी में भिगोकर रखें और सुबह उसके पानी से आंखें धो लें।
जीरा: जीरे और मिश्री को समान मात्रा में पीसकर, इसे नियमित रूप से एक चम्मच घी के साथ लें।
इलायची: तीन या चार हरी इलायची को एक चम्मच सौंफ के साथ पीसकर, इसे नियमित रूप से एक गिलास दूध के साथ पिएं।
सौंफ: एक चम्मच सौंफ, दो बादाम और आधा चम्मच मिश्री को पीसकर, इसे रात को सोने से पहले एक गिलास दूध के साथ लें।
बादाम: नियमित रूप से रात को छह-सात बादाम को पानी में भिगोकर रखें और सुबह छिलके निकालकर खाएं।
देसी घी: कनपटी पर देसी घी की हल्की मालिश करें, इससे आंखों की रोशनी में सुधार होगा।
गाजर: इसमें विटामिन ए होता है, इसे नियमित रूप से खाने या इसका जूस पीने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
सरसों: नियमित रूप से रात को सोने से पहले तलवों पर सरसों के तेल से मालिश करें।
ग्रीन टी: दिन में दो या तीन कप ग्रीन टी पिएं, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आंखों को स्वस्थ रखते हैं।
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