बुधवार को अमेरिका में एक महत्वपूर्ण घटना घटी जब सेंट्रल बैंक, फेड रिजर्व ने साल की अंतिम पॉलिसी मीटिंग में लगातार तीसरी बार ब्याज दरों में कटौती की। हालांकि, इस निर्णय के बाद शेयर बाजार में गिरावट आई, जिससे दुनिया के 500 अरबपतियों में से लगभग 400 की संपत्ति में कमी आई। इस गिरावट के कारण कुल 193 अरब डॉलर, यानी 16 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
फेड चेयरमैन का प्रभाव
यह ध्यान देने योग्य है कि इस पॉलिसी मीटिंग के निर्णय लेने वाले फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल हैं, जिनकी मासिक सैलरी मात्र 13 लाख रुपये है। उनके निर्णयों ने न केवल शेयर बाजार को प्रभावित किया, बल्कि अरबपतियों की संपत्ति में भी भारी गिरावट का कारण बने।
अरबपतियों की संपत्ति में गिरावट
ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार, बुधवार को अमेरिका और अन्य देशों के शेयर बाजारों में गिरावट के चलते 395 अरबपतियों की संपत्ति में 193 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। जबकि 65 अरबपतियों की संपत्ति में मामूली वृद्धि हुई, लेकिन किसी भी अरबपति की संपत्ति में एक अरब डॉलर से अधिक का इजाफा नहीं हुआ।
टॉप अरबपतियों को नुकसान
दुनिया के 25 सबसे अमीर अरबपतियों में से 23 की संपत्ति में गिरावट आई, जिसमें कुल नुकसान 104.56 अरब डॉलर था। केवल मुकेश अंबानी और जोंग शैनशैन को ही लाभ हुआ।
नुकसान का कारण
फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की, लेकिन भविष्य की योजनाओं में कोई स्पष्टता नहीं दी। 2025 में केवल 0.50 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद जताई गई, जिससे बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई।
जेरोम पॉवेल का निर्णय
फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल की मासिक सैलरी 13 लाख रुपये है, और उनके निर्णय ने अरबपतियों की संपत्ति में भारी गिरावट का कारण बना।