दुनिया के ख्यात और महान निवेशक वॉरेन बफे ने पिछले दिनों अपनी कंपनी बर्कशायर हैथवे के सीईओ के रूप में खुद को अलग कर लिया. 94 साल की उम्र में भी वॉरेन बफे ऊर्जावान हैं और वे कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि मैं बर्कशायर हैथवे से दूर हूं. जब बाज़ार में घबराहट होगी तो मैं ही काम आऊंगा, मैं बाज़ार की गिरावट से नहीं डरता. बफे ने कहा कि उन्होंने खुद को जीवन भर बर्कशायर हैथवे के सीईओ के रूप में कभी नहीं देखा था. उन्होंने ने कहा कि मोड़ आखिरकार व्यक्तिगत था, पेशेवर नहीं. बफे ने कहा, "वह कोई जादुई पल नहीं था. "आप कैसे जानते हैं कि आप किस दिन बूढ़े हो जाएंगे?" वॉल स्ट्रीट जर्नल के साथ एक साक्षात्कार में बफे ने कहा कि यह कोई रणनीतिक दबाव नहीं था जिसके कारण उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया. इसके बजाय यह एहसास था कि वह अब ग्रेग एबेल की ऊर्जा और गति से मेल नहीं खा सकते थे, जिस व्यक्ति से लंबे समय से उनके उत्तराधिकारी की उम्मीद की जा रही थी.एबेल के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, "ऊर्जा के स्तर में अंतर और 10 घंटे के दिन में वह कितना कुछ कर सकते हैं. इसकी तुलना में मैं 10 घंटे के दिन में कितना कुछ कर सकता था. अंतर और भी नाटकीय हो गया. "वह काम करने में बहुत अधिक प्रभावी था.बफे ने शेयरधारकों और यहां तक कि एबेल को भी चौंका दिया जब उन्होंने बर्कशायर हैथवे की 3 मई की वार्षिक बैठक के समापन क्षणों का उपयोग यह घोषणा करने के लिए किया कि वह दिसंबर में सीईओ के पद से हट जाएंगे. हालांकि वह बोर्ड के चेयरमैन बने रहेंगे, उन्होंने कहा कि उन्होंने इस भूमिका में कितने समय तक बने रहेंगे, इसके लिए कोई समयसीमा तय नहीं की है.बफे ने कहा कि यह बदलाव कई सालों से हो रहा है. उन्होंने कहा कि मैं वास्तव में किसी अजीब कारण से 90 साल क उम्र तक बूढ़ा नहीं हुआ. लेकिन जब आप बूढ़े होने लगते हैं तो यह अपरिवर्तनीय हो जाता है. उन्होंने बताया कि कैसे छोटे बदलाव संतुलन खोना, नाम भूल जाना, धुंधले अखबारी कागज को पढ़ने में कठिनाई ने आखिरकार इस निर्णय को जन्म दिया.उन्होंने कहा कि मेरा स्वास्थ्य ठीक है, इस मायने में कि मैं हर दिन अच्छा महसूस करता हूं. "मैं यहां ऑफिस में हूं और मुझे उन लोगों के साथ काम करने का मौका मिलता है जिन्हें मैं प्यार करता हूं, वे मुझे काफी पसंद करते हैं. उन्होंने कहा, "मुझे किसी ऐसी चीज के बारे में निर्णय लेने में कोई परेशानी नहीं होती, जिसके बारे में मैं 20 साल पहले या 40 साल पहले या 60 साल पहले निर्णय लेता रहा हूं. अगर बाजार में घबराहट हो तो मैं यहां उपयोगी हो सकता हूं क्योंकि जब बाज़ार गिरता है या हर कोई डर जाता है तो मैं भयभीत नहीं होता.
You may also like
पाकिस्तान में खेलेंगे बांग्लादेशी सितारे? भारत-पाक तनाव के बीच पाकिस्तान जाने को तैयार बांग्लादेश टीम, सरकार से मिली हरी झंडी
Donald Trump Backtracked From His Statement On Mediation Between India And Pakistan : मैं यह नहीं कह रहा कि…भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता वाले बयान से पलटे डोनाल्ड ट्रंप
IPL 2025: जाने कैसे लखनऊ सुपर जायंट्स अभी भी प्लेऑफ में जगह बना सकती है?
क्या हवा महल सच में है भूतिया? वीडियो में जानिए उन रहस्यमय घटनाओं के बारे में जो सैलानियों को हिला कर रख देती हैं
क्या हवा महल सच में है भूतिया? वीडियो में जानिए उन रहस्यमय घटनाओं के बारे में जो सैलानियों को हिला कर रख देती हैं