WeWork India IPO की शेयर अलॉटमेंट प्रक्रिया अंतिम दौर में है। यह इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए 3 से 7 अक्टूबर तक खुला था। 3000 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के शेयर 10 अक्टूबर को बीएसई, एनएसई पर लिस्ट होंगे। यह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) था। यानी कंपनी को इससे कोई सीधी पूंजी नहीं मिलेगी; सारा पैसा मौजूदा शेयरधारकों, एम्बेसी ग्रुप और वीर्क ग्लोबल, के पास जाएगा जो अपनी हिस्सेदारी आंशिक रूप से बेच रहे हैं।
WeWork India IPO का प्राइस बैंड 615-648 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में WeWork India IPO GMP शून्य रुपये है। इससे संकेत मिलता है कि वीवर्क इंडिया आईपीओ के शेयर की अनुमानित लिस्टिंग प्राइस 648 रुपये हो सकती है। फ्लैट लिस्टिंग का इशारा मिल रहा है और निवेशकों को झटका लग सकता है। हालांकि जीएमपी एक संकेत मात्र है और तेजी से बदलाव के अधीन है।
वीवर्क इंडिया आईपीओ ग्रे मार्केट में कोई खास हलचल नहीं मचा पाया। इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी 15 रुपये तक पहुंचा था और वो भी इश्यू खुलने के एक दिन पहले। इश्यू खुलने वाले दिन जीएमपी 5 रुपये हो गया और इश्यू बंद होने वाले दिन शून्य रुपये तक पहुंच गया।
ग्रे मार्केट की उदासीनता वीवर्क इंडिया आईपीओ के सब्सक्रिप्शन पर भी नजर आई। यह इश्यू कुल मिलाकर 1.15 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसे रिटेल कैटेगरी में 0.62 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 0.23 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 1.79 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। रिटेल और एनआईआई कैटेगरी तो पूरी तरह सब्सक्राइब भी नहीं हो पाई।
2017 में स्थापित वीवर्क इंडिया, देश का सबसे बड़ा प्रीमियम फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस प्रोवाइडर है। कंपनी के पास 68 सेंटर हैं, जो 8 शहरों में 7.35 मिलियन वर्ग फीट में फैले हुए हैं। इसके क्लाइंट्स में जेपी मॉर्गन, अमेज़न और उबर जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं। खास बात यह है कि कंपनी का लगभग 60% किरायेदार आधार एंटरप्राइज क्लाइंट्स से आता है, जो इंडस्ट्री एवरेज से कहीं ज्यादा है।
केनरा बैंक सिक्योरिटी ने इस इश्यू के बारे में कहा कि यह आईपीओ सब्सक्राइब किया जा सकता है, हालांकि वैल्यूएशन ऊंचा है। बोनान्ज़ा के एनालिस्ट खुशी मिस्त्री के अनुसार, वीवर्क इंडिया ने मुनाफे में वापसी की है और इसका मार्केट में लीडरशिप पोजीशन मजबूत है। लेकिन, सेक्टर की अस्थिरता और रिन्यूअल रिस्क्स को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत का फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस मार्केट FY27 तक 21–22% CAGR की दर से बढ़ सकता है। वीवर्क इंडिया, जिसके पास लगभग 25% मार्केट शेयर है, इस ग्रोथ से लाभ उठा सकता है। हालांकि निवेशकों को वैल्यूएशन और सेक्टर की साइक्लिसिटी पर विचार करना जरूरी है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
WeWork India IPO का प्राइस बैंड 615-648 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में WeWork India IPO GMP शून्य रुपये है। इससे संकेत मिलता है कि वीवर्क इंडिया आईपीओ के शेयर की अनुमानित लिस्टिंग प्राइस 648 रुपये हो सकती है। फ्लैट लिस्टिंग का इशारा मिल रहा है और निवेशकों को झटका लग सकता है। हालांकि जीएमपी एक संकेत मात्र है और तेजी से बदलाव के अधीन है।
वीवर्क इंडिया आईपीओ ग्रे मार्केट में कोई खास हलचल नहीं मचा पाया। इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी 15 रुपये तक पहुंचा था और वो भी इश्यू खुलने के एक दिन पहले। इश्यू खुलने वाले दिन जीएमपी 5 रुपये हो गया और इश्यू बंद होने वाले दिन शून्य रुपये तक पहुंच गया।
ग्रे मार्केट की उदासीनता वीवर्क इंडिया आईपीओ के सब्सक्रिप्शन पर भी नजर आई। यह इश्यू कुल मिलाकर 1.15 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसे रिटेल कैटेगरी में 0.62 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 0.23 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 1.79 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। रिटेल और एनआईआई कैटेगरी तो पूरी तरह सब्सक्राइब भी नहीं हो पाई।
2017 में स्थापित वीवर्क इंडिया, देश का सबसे बड़ा प्रीमियम फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस प्रोवाइडर है। कंपनी के पास 68 सेंटर हैं, जो 8 शहरों में 7.35 मिलियन वर्ग फीट में फैले हुए हैं। इसके क्लाइंट्स में जेपी मॉर्गन, अमेज़न और उबर जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं। खास बात यह है कि कंपनी का लगभग 60% किरायेदार आधार एंटरप्राइज क्लाइंट्स से आता है, जो इंडस्ट्री एवरेज से कहीं ज्यादा है।
केनरा बैंक सिक्योरिटी ने इस इश्यू के बारे में कहा कि यह आईपीओ सब्सक्राइब किया जा सकता है, हालांकि वैल्यूएशन ऊंचा है। बोनान्ज़ा के एनालिस्ट खुशी मिस्त्री के अनुसार, वीवर्क इंडिया ने मुनाफे में वापसी की है और इसका मार्केट में लीडरशिप पोजीशन मजबूत है। लेकिन, सेक्टर की अस्थिरता और रिन्यूअल रिस्क्स को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत का फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस मार्केट FY27 तक 21–22% CAGR की दर से बढ़ सकता है। वीवर्क इंडिया, जिसके पास लगभग 25% मार्केट शेयर है, इस ग्रोथ से लाभ उठा सकता है। हालांकि निवेशकों को वैल्यूएशन और सेक्टर की साइक्लिसिटी पर विचार करना जरूरी है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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