नई दिल्ली: डिफेंस सेक्टर की सरकारी कंपनी Garden Reach Shipbuilders & Enginers Ltd के स्टॉक में सोमवार को तेज़ी देखने को मिल रही है. स्टॉक में 5 प्रतिशत की तेज़ी देखी गई, जिससे स्टॉक ने सोमवार को 2760 रुपये के अपने इंट्राडे हाई लेवल को टच किया. इस तेज़ी का कारण यह है कि कंपनी ने जर्मनी की कंपनी के साथ 62 मिलियन डॉलर के समझौते पर साइन किए है. साथ ही, कंपनी ने भारत की बड़ी कंपनियों के साथ भी कई मेमोरेंडम पर अपने साइन किए हैं.
जर्मनी की कंपनी के साथ किया समझौताजीआरएसई (गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स) ने चार हाइब्रिड मल्टी पर्पज जहाज बनाने के लिए जर्मन कंपनी कार्स्टन रेहडर के साथ 62 मिलियन डॉलर का समझौता किया है. इस समझौते में ज़रूरत पड़ने पर बाद में दो और जहाज बनाने का विकल्प भी शामिल है.
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि यह कॉन्ट्रैक्ट 33 से 42 महीनों के भीतर पूरा किया जाएगा. यह डील जीआरएसई और कार्स्टन रेहडर के बीच अच्छी साझेदारी का एक विस्तार है, जो कोलकाता में 7,500 डीडब्ल्यूटी मल्टीपर्पज जहाज बनाने की उनके मौजूदा प्रोजेक्ट के बाद आया है.
कंपनी ने कहा कि ये चार नए हाइब्रिड जहाज दिखाते हैं कि जीआरएसई कमर्शियल शिपिंग और पर्यावरण अनुकूल जहाज निर्माण दोनों में दुनिया भर में अपनी मौजूदगी को बढ़ा रहा है.
ये जहाज 120 मीटर लंबे और 17 मीटर चौड़े होंगे, और पानी में इनकी अधिकतम गहराई 6.75 मीटर होगी. प्रत्येक जहाज एक बड़े होल्ड में 7,500 मीट्रिक टन तक माल ले जा सकता है, जिससे ये थोक माल, सामान्य माल और विशेष प्रोजेक्ट कार्गो के लिए उपयुक्त होंगे.
दूसरी कंपनियों के साथ समझौतेकंपनी ने यह भी बताया कि उसने शिपबिल्डिंग, पोर्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में जाने-मानी कंपनियों के साथ पांच समझौतों पर भी साइन किया है.
कंपनी ने शनिवार, 22 सितंबर को एक प्रेस रिलीज में कहा कि उसने पांच ऑर्गनाइजेशन के साथ समझौतों पर साइन किए हैं. इनमें दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट अथॉरिटी, इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और मोडेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे ऑर्गनाइजेशन शामिल है.
FII ने भी बढ़ाई हिस्सेदारीडिफेंस सेक्टर की इस सरकारी कंपनी के स्टॉक पर एफआईआई भी फिदा है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 3.85% से बढ़ाकर 5.33% कर दिया है.
जर्मनी की कंपनी के साथ किया समझौताजीआरएसई (गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स) ने चार हाइब्रिड मल्टी पर्पज जहाज बनाने के लिए जर्मन कंपनी कार्स्टन रेहडर के साथ 62 मिलियन डॉलर का समझौता किया है. इस समझौते में ज़रूरत पड़ने पर बाद में दो और जहाज बनाने का विकल्प भी शामिल है.
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि यह कॉन्ट्रैक्ट 33 से 42 महीनों के भीतर पूरा किया जाएगा. यह डील जीआरएसई और कार्स्टन रेहडर के बीच अच्छी साझेदारी का एक विस्तार है, जो कोलकाता में 7,500 डीडब्ल्यूटी मल्टीपर्पज जहाज बनाने की उनके मौजूदा प्रोजेक्ट के बाद आया है.
कंपनी ने कहा कि ये चार नए हाइब्रिड जहाज दिखाते हैं कि जीआरएसई कमर्शियल शिपिंग और पर्यावरण अनुकूल जहाज निर्माण दोनों में दुनिया भर में अपनी मौजूदगी को बढ़ा रहा है.
ये जहाज 120 मीटर लंबे और 17 मीटर चौड़े होंगे, और पानी में इनकी अधिकतम गहराई 6.75 मीटर होगी. प्रत्येक जहाज एक बड़े होल्ड में 7,500 मीट्रिक टन तक माल ले जा सकता है, जिससे ये थोक माल, सामान्य माल और विशेष प्रोजेक्ट कार्गो के लिए उपयुक्त होंगे.
दूसरी कंपनियों के साथ समझौतेकंपनी ने यह भी बताया कि उसने शिपबिल्डिंग, पोर्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में जाने-मानी कंपनियों के साथ पांच समझौतों पर भी साइन किया है.
कंपनी ने शनिवार, 22 सितंबर को एक प्रेस रिलीज में कहा कि उसने पांच ऑर्गनाइजेशन के साथ समझौतों पर साइन किए हैं. इनमें दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट अथॉरिटी, इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और मोडेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे ऑर्गनाइजेशन शामिल है.
FII ने भी बढ़ाई हिस्सेदारीडिफेंस सेक्टर की इस सरकारी कंपनी के स्टॉक पर एफआईआई भी फिदा है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 3.85% से बढ़ाकर 5.33% कर दिया है.
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